इंडियन - 5 Dikshadixit द्वारा आध्यात्मिक कथा में हिंदी पीडीएफ

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इंडियन - 5

अगली सुबह
सी बी आर कॉलेज
क्लासरूम


लवी : सब मेरी बात सुनो, कल में प्रिंसिपल से के ऑफिस गई उन्होंने बोला था की उनको कुछ काम है, मैं आके मिलूं।

संजू : तो किया बोले ।


लवी सब लोग पहले पूरी बात सुनना ध्यान से फिर बोलना, सर बोले की इस बार कॉलेज कैंप पर हमारी टीम को चुना गया है
वो चाहते है को इस बार इंडियन को टीम जाए तो बोल रहे थे को हम सब तैयारी शुरु कर दे। अब मैं बोल आई की सब लोग बात करके बताने आऊंगी।


शोर्य: तो किया बात करें,

अनिल : पर इसमें बात करने की जरूरत ही किया है हम लोग जायगे, और ये तो फर्क की बात है को हम लोगो को इतनी जल्दी मोका मिला फिर से टीम कैंप पर जाने का, वैसे भआई प्रिंसिपल सर इंडियन की टीम को इसी लिए चुनते है क्युकी हम लोग अपने कॉलेज के बेस्ट हैं और हमेशा जीत कर ही आते,

लवी : तुम कुछ बोलो इंडियन मुझे किया करना चाहिए।


इंडियन : जो ठीक लगे ।

माला : पर कैंप जा कहा रहा है


लवी : घबराते हुए ( मुंबई ) इंडियन इस बार कैंप मुंबई है, सर ने हमे चुना है और मैं सर को बोल आई की इंडियन बताएगी सर कल तक जवाब दे दूंगी।


इंडियन : तो इसमें घबरा क्यू रही है,


लवी : क्युकी मुंबई में मेरी फेमिली है, और हम बह सब मस्ती नही कर पाएंगे जो गोवा दुबई में किया था। और जाने हम कॉलेज के सिवा कहीं और मिल पाएंगे या नही क्युकी जब ढेड़ी को पता चलेगा की हम इस बार मुंबई आ रहे हैं, तो बह घर पर रुकने को ही कहेंगे कॉलेज होटल में नही तो मुझे घर पर ही रुकना होगा।


संजू : अच्छा तो अपने ढेड़ी से कहो हमारे लिए भी इंतजाम कर दें,

सब लोग हंसते हुए


इंडियन : संजू चुप रहो कोई बात नही लवी वो सब बाद की बात है पहले मुंबई के खाने खजाने तो पता चले किया है किया नही हैं केसा है कोन है,

नील : पर य पता लगाएगा कोन।

कमलजीत : निशा... बह मुंबई से ही है उसको भेज दो पहले बह उधर की खबर देगी फिर हम लोग जायेगे।


लवी : किया निशा को बेजना ठीक होगा बह तो बहुत डरपोक और सीधी है। बह य जासूस बाला काम नही कर पाएगी,


इंडियन : रुको सब लोग और लवी तुम य बताओ सर ने मुंबई कॉलेज के बारे कुछ बताया। किया है किया नही।


लवी : हां बताया था, सेंबिच कॉलेज है,


निशा : आती हुए किया कहा कोन सा कॉलेज


इंडियन : निशा तुम जानती हो कोन सा है य कॉलेज कहां है केसा है रैगिंग तो नही होती क्युकी जैसा कॉलेज वैसे ही हम लोग रहेंगे उधर इसी लिए पूरी बात बताओ तुमको कुछ पता हो तो।


निशा : अरे पता तो सब है,पर इस कॉलेज में ही क्यों, य कहां जा रहे है अब हम,


नील : क्यू किया हुआ अच्छा नही है या खतरनाक है। या रैगिंग ज्यादा है।


निशा : अरे बही सब तो नही है,

सब लोग एक साथ किया कुछ नही है।


इंडियन : साफ साफ बताओ निशा किया है।


निशा : ओके सुनो तो अक्चूली कॉलेज के प्रिंसिपल मेरे डैड श्री संदीप शर्मा है, कहने को तो प्रिंसिपल मेरे डैड हैं पर उस कॉलेज को चलाने वाला बहुत खतरनाक है, उस कॉलेज में उसके सिवा एक पत्ता भी नही हिलता बहुत ही दसिपिलेंन है बहुत स्टिक्ट है बह। आए दिन कॉलेज में अपने गुंडे ऑफिसर भेजता रहता है मुझे लगता है सर हमसे कोई बदला ले रहे हैं।


इंडियन : कोन है वो ऐसा आदमी जो गुंडा ही है और ऑफिसर भी।


निशा : बोलते हुए उसका नाम है, ए. सी. पी जगत मुंबई का सबसे ज्यादए एनकाउंटर करने वाला ऑफिसर,


इंडियन : सबको बोलते हुए। हो गया फाइनल पहले निशा ही मुंबई जायेगी और उस की सब खबर दो दिन में ही देगी


निशा : डरते हुए नही मैं नही जाऊंगी मैं सबके साथ ही जाऊंगी।


इंडियन : मैं टीम को कैप्टन हूं, लवी ऑफिस से एंट्री पेपर लेके निशा को दे देना मुझे नींद आ रही है अभी कोई नही पड़ा रहा मैं सो रही हूं।



क्रमश :