Part 4
बॉलीवुड के भूले बिसरे संगीतकार और उनके गाने 4
9 . बुलो सी रानी ( बुलो चांदीराम रामचंदानी )
बुलो सी रानी बॉलीवुड के एक संगीत निर्देशक थे जिन्होंने 1943 - 72 के बीच 70 से ज्यादा फिल्मों में संगीत दिया है . हिंदी के अलावा सिंधी आदि अन्य भाषाओँ में भी उन्होंने संगीत दिए हैं . 1972 की फिल्म ‘बिजली ‘ की मशहूर कव्वाली ‘हमें तो लूट लिया मिल के हुस्न वालों ने …. ‘ उनकी एक एवरग्रीन गाना है जो आज भी लोगों का पसंदीदा गीत है .
जैसा कि सर्वविदित है समय के साथ सब कुछ बदलते रहता है चाहे फैशन हो या फिल्म या फिल्मी गाने . कोई भी म्यूजिक डायरेक्टर चाहे कितना भी पॉपुलर क्यों न रहा हो एक दिन भुला दिया जाता है क्योंकि समय के साथ लोगों का टेस्ट बदलते रहता है और वह आउट डेटेड कहलाने लगता है . शुरू में 40 के दशक में उन्होंने खेमचंद प्रकाश के सहायक के रूप में काम किया और उनकी फिल्मों के कुछ गानों के धुन भी स्वयं बुलो ने ही बनाये थे - फिल्म ‘तानसेन ‘और ’ प्रभु का घर ‘ . पर स्वतंत्र रूप से संगीतकार के रूप में उन्हें 1944 की फिल्म “पगली दुनिया “ में ब्रेक मिला था .
बुलो सी रानी के कुछ बेहतरीन नगमे -
हमें तो लूट लिया मिल के हुस्न वालों ने …फिल्म बिजली - 1972 ( also 1958 फिल्म अल हिलाल )
मांगने से जो मौत मिल जाती तो कौन जीता इस जमाने में … और
हवा खामोश है और चुप हैं सितारे … फिल्म सुनहरे कदम -1966
अरमान भरा दिल टूट गया …फिल्म वफ़ा - 1950
माना कि तुम हसीं हो … फिल्म मूर्ति - 1945
चुभ गए दो नैन मतवारे … , अब सुनी भाई से अटरिया हमार .. और
काजल वाली मोरी दो अँखियाँ … फिल्म बिल्वमंगल - 1954
जीना मुश्किल मरना मुश्किल … फिल्म दारोगाजी - 1949
वो रात भी क्या होगी … फिल्म आबरू - 1956
मैं हूँ दीवाना। … फिल्म हक़दार - 1964
इस के अलावा फिल्म जोगन की चर्चा करना जरूरी है - 1950 की नरगिस और दिलीप कुमार की सुपर हिट फिल्म ‘ जोगन ‘ में एक दर्जन से भी ज्यादा गाने बुलो सी रानी ने बनाये और लगभग सभी हिट थे . जोगन के कुछ गाने -
जरा थम जा तू ए सावन …. , घूंघट के पट खोल … , काहे नैनों में नैना डाले .. , जिन आँखों की नींद हराम हुई … , मैं तो प्रेम दीवानी … , सुंदरता के सभी शिकार …
बॉलीवुड के भूले बिसरे संगीतकार और उनके गाने
10 . चाँद परदेसी
चाँद परदेसी ने बॉलीवुड में कुछ ही फिल्मों में संगीत दिया था पर उनके कुछ गाने बेहद लोकप्रिय हुए और आज भी सुने जाते हैं . कुछ बेहतरीन गाने देने के बाद वे गुमनामी की दुनिया में खो गए .
चाँद परदेसी के कुछ गाने -
चंदा रे मोरी पतियाँ ले जा साजन को पहुंचा दे …फिल्म बंजारिन - 1960
दिल तूने दिया दिल मैंने लिया … फिल्म बंजारिन - 1960
एक बार धरती पे आ कर देख जरा भगवान् …. फिल्म बंजारिन - 1960
मेरा महबूब आज शायद कुछ नाराज है … फिल्म कितने दूर कितने पास - 1976
ये कैसा नशा है मोहब्बत का यारों … फिल्म ये कैसा नशा है - 1981
हम हैं तुम्हारे तुम्हारे रहेंगे … फिल्म ये कैसा नशा है - 1981
तन भी जले मन भी जले … फिल्म परिवर्तन - 1972
रूठो ना सरकार हमसे प्यार करो .. फिल्म परिवर्तन - 1972
फिर दिल ने पुकारा है …, फिल्म एक बार चले आओ -1983 ;
मैं हूँ तेरे लिए …; फिल्म एक बार चले आओ -1983
चिरमी चिरमी बाबुल की लड़की … ; फिल्म एक बार चले आओ -1983
धनवालों की दुनिया में …. ; फिल्म एक बार चले आओ -1983
कहने की बात है … फिल्म अनोखा - 1989
बॉलीवुड के भूले बिसरे संगीतकार और उनके गाने
11 . हुस्नलाल भगतराम
हुस्नलाल और भगतराम दो भाईयों की जोड़ी कदाचित बॉलीवुड में संगीतकारों की पहली जोड़ी थी . हालांकि 1930 के दशक से ही उन्होंने म्यूजिक देना शुरू किया था पर 1940 - 50 के दशक में उन्होंने काफी बेहतरीन नगमे दिए . पर 1955 के बाद उनके कैरियर का पतन होने लगा था और धीरे धीरे बॉलीवुड उन्हें भूल गया . उन्होंने शंकर जयकिशन के शंकर , लक्ष्मीकांत प्यारेलाल के लक्ष्मीकांत , खैय्याम , गायक महेंद्र कपूर जैसे दिग्गज कलाकारों को ट्रेनिंग भी दिया था .
हुस्नलाल स्वयं एक अच्छे वायलिन वादक थे और गायक भी . हालांकि उन्होंने बहुत ज्यादा फिल्मों में संगीत नहीं दिया फिर भी 16 से अधिक फिल्मों में उन्होंने संगीत दिया था . उनकी प्रमुख फिल्मों में शहीद भगत सिंह , प्यार की जीत , सनम , अफसाना , बड़ी बहन , शमा परवाना , काफिला आदि हैं .
हुस्नलाल भगतराम के लोकप्रिय गानों में कुछ ये हैं -
दो दिलों को ये दुनिया मिलने नहीं देगी – डेब्यू फिल्म चाँद - 1944
चले जाना नहीं … फिल्म बड़ी बहन - 1949
चुप चुप खड़े हो जरूर कोई बात है … फिल्म बड़ी बहन - 1949
वो मेरी तरफ यूं चले आ रहे ..और लहरों से पूछ लो … फिल्म काफिला -1952
तेरे नैनों ने चोरी किया … फिल्म प्यार की जीत - 1948
हाथ सीने पे जो रख दो तो करार आ जाए .. फिल्म मिर्ज़ा साहिबां -1947
ओ परदेसी मुसाफिर किसे करता है इशारे … फिल्म बालम -1949 ( यह लता और सुरैया का रेयर डुएट है )
ओ माही ओ दुपट्टा मेरा दे दे .. फिल्म मीना बाज़ार - 1950
अपना बना के छोड़ नहीं जाना .. फिल्म मीना बाज़ार - 1950
अभी तो मैं जवान हूँ … फिल्म अफसाना - 1951 ( इसे लता मंगेशकर के बेस्ट गानों में गिना जाता है )
क्रमशः
नोट - त्रुटि संभावित . सुधार का स्वागत
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