अंकित ने अपनी बात खत्म करके हॉस्पिटल के गलियारे में से मुड़कर गलियारों से बाहर आ गया। के बाहर आने पर उसने साल्वे को एक लड़की के साथ बैठे हुए देखा वह समझ नहीं पा रहा था। कि साल्वे इतनी दूर उसके पीछे उसका पीछा करते हुए आया था और वह लड़की कौन है अंकित को अब कुछ कुछ समझ में आ रहा था अंकित को भी एक क्लू मिल चुका था वह लड़की उसे कुछ बता सकती है और वह साल्वे के कुछ और करीब जाकर दीवार की ओट लगाकर उनकी बातें सुनने लगा।
पायल: मेरी बात समझो पैसे मेरे पास नहीं है। पैसों के बारे में राज को ही पता है राज ही बता सकता है। कि पैसे कहां है उसने ही मुझसे पैसे लिए थे।
पायल ने अपनी जान छुड़ाने के लिए उसने राज के नाम का सहारा लिया उसने ऐसा पासा फेंका किस साल्वे भीर से उसकी बातों में आ गया।
साल्वे ने झल्लाकर पायल से कहा।
साल्वे: तो राज कहां पर है और तु हॉस्पिटल में क्या कर रही है?
पायल ने एक प्लान बनाया उसने कहा।
पायल: राज ने मेरे से पैसे लिए और मुझसे कहा पैसे मेरे पास सही सलामत रहेंगे कुछ दिनों के बाद मुझे उसकी एक बीमारी का मुझे पता चला उसे कैंसर है और वह अब ज्यादा दिन तक बचने वाला नहीं है। उसने ही पैसे कहां छुपा कर रखे हैं। यह उसे ही पता है इसलिए मैं उसे हॉस्पिटल में लेकर चली आई और उसका इलाज करा रही हूं मेरे पास भी उसका बिल देने के लिए पैसे नहीं है। मैं भी उसके साथ भाग कर फस चुकी हूं।सा
साल्वे समझ नहीं पा रहा था कि वह क्या करें वह इतनी दूर जिन पैसों के लिए आया था वह अब भी वह उनसे उतनी ही दूर था। पायल उससे तो मिल गई थी लेकिन पैसों का पता अब तक नहीं चला था।
साल्वे की पूरी मेहनत खराब हो गई वह चाहता तो पायल को वह ही पर मार सकता था। लेकिन पैसों तक पहुंचने की चाबी सिर्फ और सिर्फ उस समय उसे पायल ही लगी अगर पायल मर जाती तो राज कभी बताता ही नहीं कि पैसे कहां पर हैं तो इसलिए उसने पायल को कुछ नहीं कहा और इंतजार करने लगा।
उसने पायल को कहा
साल्वे: ठीक है। पर मैं यही हूं तुम जल्द से जल्द उस पैसे का पता लगाओ और मुझे बताओ अगर तुमने कोई होशियारी की तो इस बार मैं सीधा तुम्हें खत्म ही कर दूंगा साल्वे ने सीधी सीधी धमकी पायल को दे दी थी पायल अब थोड़ा होशियार हो गई थी पैसों की लालची पायल अब लालच के दलदल में ऐसी फस चुकी थी कि उस से निकलना उसे मुश्किल लग रहा था उसने अपने दिमाग से कुछ समय की राहत तो पाली थी लेकिन इस झंझट से छुटकारा मिलना उसे नामुमकिन लग रहा था।
वह जानती थी कि अगर पैसे जिस दिन मिल गये उस दिन साल्वे उसे सीधा मार ही देगा तब उसकी उसे क्या जरूरत होगी।
अब राज को पता चल गया था की यही पायल है। अब बस उसे राज का पता करना था कि राज कहां पर है। राज भी इसी हॉस्पिटल में है। अच्छा हुआ उसका एक्सीडेंट हुआ अगर उसका एक्सीडेंट नहीं हुआ होता तो आज वह इस हॉस्पिटल में कभी पहुंच नहीं पाता भगवान भी उसके साथ हैं। और सोच रहा था क्या पायल सच कह रही है। और उसके हॉस्पिटल में एडमिट होने के बाद जब उसने सुनी तो वह सोचने लगा तब उसे समझ में आया कि वह दवाइयां वह किसके लिया करता था। इतना सब कुछ हो जाने के बाद भी पायल उसे फंसाने की कोशिश कर रही थी। यह जानने के बाद वह सोचने लगा कि पायल शायद राज से प्यार ही नहीं करती वह पैसों के लिए ही उसके साथ इतनी दूर तक आई और जब खुद फसने लगी तो उसने राज को फंसा दिया तक तो सोच सकता था कि लालच ने उसके आंखों को अंधा कर दिया था ऐसे उसे पायल के ऊपर बिल्कुल भी भरोसा नहीं था। लेकिन अब प्रॉब्लम यह थी कि साल्वे भी उसके साथ था। तो अब वह पायल से सीधे-सीधे बात नहीं कर सकता था।
अंकित अब पायल से बात करने की फिराक में था।
कुछ देर के बाद पायल से बात करने के बाद साल्वे वहा से चला गया था ।
अब पायल बिल्कुल अकेली थी तब अंकित ने सोचा कि यही सही मौका है। वह पायल की तरह बड़ रहा था।
की तभी एक नर्स ने उसे रोक लिया और उससे कहा
नर्स: सर आप बाहर क्या कर रहे हैं। आप चलिए अंदर आपको चोटे लगी आपको अंदर होना चाहिए।
पायल ने अंकित को देख लिया था लेकिन पायल अंकित को पहचानती नहीं थी। उसे पता नहीं था यह राज का दोस्त का था अंकित पायल को देखता रहा लेकिन उसने पायल से कुछ कहा नहीं
नर्स जब अंकित को लेकर जा रही थी। तब पायल ने उसे देखा।
और उधर डैनी के आदमियों ने डैनी को कॉल करके यह बता दिया था कि अंकित कोई एक आदमी और एक लड़की के बारे चुपके चुपके सुन रहा था।
डैनी: क्या तुम्हें पता चला वह आदमी और वह लड़की कौन थे।
आदमी: नहीं सर मुझे अभी तक कुछ पता नहीं चला वह लोग कौन थे। लेकिन जिस तरह से अंकित उन दोनों की बातें सुन रहा था। उससे यह लग रहा है कि अंकित उन दोनों में से किसी एक को जानता था। और हमारा शक तब यकीन में बदल गया जब उस आदमी के जाने के बाद अंकित उस लड़की की तरफ बढ़ रहा था वह तो नर्स ने उसे रोक लिया नहीं तो वह उससे कुछ बातें करता तब हमें पता चलता कि आखिर में वह लड़की को जानता है या नहीं।
यह बातें सुनकर माथुर डैनी से कहता है
माथुर साहब: यह लड़का पागल हो गया है। वहां पर लड़की देखने गया है। कि राज को ढूंढने गया है।
डैनी: ओह!!!!! तुम 2 मिनट चुप रहोगे।
आदमी: हां सर एक और बात जब वह आदमी और वह लड़की आपस बातें कर रहे थे तब मैंने उन दोनों की फोटो निकाली थी। आप जरा इसे देख लीजिए मैंने आपको भेज दिया है।
डैनी: यह बड़ा अच्छा काम किया तुमने।
आदमी: ठीक है सर मैं अभी फोन रखता हूं
डैनी: सुनो अब मेरी बातें जरा ध्यान से सुनो तुम दोनो अब अलग हो जाओ एक अंकित के पीछे रहो और दूसरा उस आदमी के पीछे तब हमें पता चल सकता है कि आखिर उन लोगों में चल क्या रहा है।
आदमी: ठीक है सर जैसा आप कहें।
अंकित किसी भी तरह लड़की के पीछे जाना चाहता था लेकिन इस कमबख्त नर्स की वजह से उसे उसका कमरे में वापस आना ही पड़ा।
कुछ देर बाद नर्स के चले जाने के बाद वह हॉस्पिटल के गलियारे में फिर से गया और उस लड़की को ढूंढने लगा वह लड़की मेडिकल शॉप के पास खड़ी थी जो हॉस्पिटल के मेन दरवाजे से बिल्कुल साफ दिखता था अंकित उस हॉस्पिटल के दरवाजे से सबसे छुपता हुआ बाहर चला गया।
पायल ने दवाइयों से भरे प्लास्टिक अपनी गाड़ी में रखा और गाड़ी स्टार्ट कर दी उस समय अंकित के पास कोई गाड़ी नहीं थी उसने हॉस्पिटल के नीचे खड़े एक गाड़ी को खोला और उसमें बैठ गया आखिर वो भी एक चोर ही था उसे गाड़ी खोलना आसानी से आता था वह गाड़ी स्टार्ट किया और सीधा पायल के पीछे मेन रोड पर गाड़ी चला दी।
कुछ दूर जाने के बाद पायल को लगा उसका कोई पीछा कर रहा है उसने गाड़ी लेफ्ट में मोदी तो अंकित में भी गाड़ी लेफ्ट में मोड़ ली उसने आगे जाकर फिर से लेफ्ट लिया तो अंकित ने फिर से लेफ्ट ले लिया अब पायल को यकीन हो गया था कि उसका कोई पीछा कर रहा है पायल यह समझ चुकी थी यह काम साल्वे का ही हो सकता है वह उस पर अभी भी भरोसा नहीं करता कर रहा था उससे ऐसा लगा।
पायल अब अपने गाड़ी की स्पीड बढ़ा ली थी उससे वह सोच रही थी कि अगर वह घर तक जाएगी तो साल्वे में भी पीछे-पीछे चला आएगा और वह घर के रास्ते नहीं जा रही थी।
उसने दूसरा टर्न लिया।
अब वह दोनों में हाईवे पर गाड़ियां चला रहे थे पायल अपनी गाड़ी की स्पीड बढ़ा तो जा रहे थे और अंकित भी पीछे नहीं था वह भी उसके जस्ट पीछे ही था।
तब अचानक अंकित को पता चला कि उसकी गाड़ी का ब्रेक फेल है । उसने जल्दी-जल्दी में उस नकचड़ी एंजेल की गाड़ी ही चुरा ली थी।
अब उसे समझ आ रहा था कि उसका मौत उसके सामने ही बुला रही है।
उसने इस समय पायल को जाते देना ही ठीक समझा और अपने गाड़ी का गेयर कम करने लगा जिससे गाड़ी स्लो होने लगी ।
लेकिन गाड़ी रुक नहीं रहे थे तो अंकित में फर्स्ट केयर पर गाड़ी को एक झाड़ से टकरा दी।
पायल को कुछ समझ नहीं आ रहा था वह अपनी गाड़ी भगाए जा रही थी और जिसकी वजह से पायल उसकी पहुंच से काफी दूर निकल चुकी थी। अब अंकित को उसके किए पर बहुत दुख हो रहा था कि वह आज पायल को पकड़ नहीं सका। उसे पायल को जाते देख और गुस्सा आ रहा था।
पायल सोच रही थी कि साल्वे में उसका पीछा करना छोड़ चुका है। इसलिए उसने पीछे आने वाली गाड़ियों पर जरा ध्यान नहीं दिया और तब वह अपनी गाड़ी घर के लिए मोड़ ली।
बाद में अपने घर पहुंच चुकी थी उसने राहत की सांस ली और घर की खिड़कियों पर लगे परदो को खोल कर देखा कि नीचे उसका कोई पीछा तो नहीं कर रहा था लेकिन नीचे कोई भी गाड़ी नहीं खड़ी थी।
लेकिन जो डैनी का जो दूसरा आदमी था। जिसे डैनी ने अंकित के ऊपर नजर रखने के लिए कहा था वह भी पायल का पीछा कर रहा था और पीछा करते-करते वह पायल के पास पहुंच चुका था।
कर पानी पिया और आराम से सोफे पर बैठ गई।
अचानक से ऊपर के पीछे से कोई हाथ निकलता हुआ पायल के सर के पास गन लगाते हुए उससे कहा।
आराम से बैठ लो इतना सुनने के बाद ही पायल डर गई और घबरा वहीं सोफे पर धस गई ।
अंकित इस गाड़ी को लेकर बहुत परेशान हो रहा था। एक तो इस गाड़ी का ब्रेक फेल हो गया था और ऊपर से गाड़ी का पेट्रोल खत्म हो गया था अब वो उस बीच रास्ते पर फंस चुका था उसे समझ नहीं आ रहा था कि एक
फिर रॉबर्ट पायल के सामने गन करता हुआ उसके सामने खड़ा हो गया उसे देखने के बाद पायल चौक गई यह तो साल्वे नहीं है।
पायल: उसने उससे पूछा कौन हो तुम क्या यहां पर चोरी करने आए हो पायल को लग रहा था कि साल्वे ने इस आदमी को उसके पीछे लगाया था क्या तुम्हें साल्वे ने भेजा है।
राबर्ट: यह हिंदी पिक्चरो के डायलॉग बोलना बंद कर मुझे हिंदी पिक्चरों से नफरत है कौन हो तुम क्या चाहिए तुम्हें यह डायलॉग मैंने बार - बार सुने हैं। वह बोल जो मैंने कभी नहीं सुना।
पायल: ठीक है हम डील करते हैं। कितना चाहिए तुम्हें ?
राबर्ट: कितना है तुम्हारे पास?
क्या होगा पायल के साथ क्या रॉबर्ट उसे पैसे लेने के बाद मार देगा। क्या अंकित कभी पायल तक पहुंच पाएगा जानने के लिए पढ़ते रहिए
प्रायश्चित