धर्म से अंजान प्यार - 1 shama parveen द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ

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धर्म से अंजान प्यार - 1

प्यार एक भावना है एक एहसास है। जो कि एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को जोड़े रखती है प्यार से ही दुनिया कायम है। प्यार किसी को भी किसी से भी कभी भी हो सकता है। जैसे एक मां को अपने बच्चे से, एक बेटी को माता पिता से, किसी बच्चे का उसके खिलोने से, भाई का बहन से, दो सहेलियों के बीच प्यार।
प्यार भी कई तरह का होता है कुछ प्यार मे स्वार्थ होता है किसी मे अपनापन किसी मे चाहत तो किसी मे दर्द। हर किसी का प्यार करने का अपना अलग अलग तरीका होता है। प्यार एक ऐसा एहसास है जो कि ना उम्र देखता है ना शक्ल ना सूरत ना पैसा ना ही धर्म ना ही जात बस ये हो जाता है।
अब जब प्यार है तो जरूरी है कि नफरत भी होगी। वो भी प्यार के दुश्मनों की और प्यार का दुश्मन और कोई नही आप और मेरे जैसे लोग ही होते है। जो कि सिर्फ और सिर्फ अपनी झुटी शान के लिय लोगो कि मोहोब्बत को बर्बाद कर देते है।
मैं आपको बताना चाहती हू कि प्यार का सबसे बड़ा दुश्मन धर्म होता है । जिसकी वजह से ना जाने कितने ही लोगो कि मोहोब्बत अधूरी रह जाती है। प्यार तो एक एहसास है जिसे सिर्फ महसूस किया जाता है तो प्यार को फिर कैसे पता चलेगा कि ये किस धर्म का है।
आज में आपको इसी धर्म से अंजान एक प्यार कि प्यारी सी दास्तान सुनाती हु।
आज कियारा का पांचवा जन्म दिन था। वो बहुत ही खुश थी क्युकी आज उसका जन्म दिन था। और आज उसे नए कपड़े मिलेंगे। और बहुत सारे तोहफ़ मिलेंगे सारे दोस्त आयेंगे खूब मौज मस्ती होगी । ये सब सोच कर आज कियारा बहुत खुश थी। आज कियारा स्कूल भी नही गई। आज कियारा की मम्मी बहुत ही खुश थी क्युकी उनकी लाडली का आज जन्म दिन था। आज कियारा की मम्मी भी काम पर नही गई थी क्युकी उन्हे आज घर पर बहुत ही काम था। कियारा कि मम्मी कियारा से बहुत ही ज्यादा प्यार करती थी । इसलिए उन्होंने आज सारा खाना कियारा का पसंद का ही बनाया था और कियारा ने आज अपनी पसंद का ही केक मंगवाया था । कियारा को लाल परी बहुत ही पसंद थी इसलिए कियारा ने लाल परी वाला केक मंगवाया । और कियारा ने लाल परी वाली अपनी ड्रेस भी मंगवाई।
आज कियारा कि मम्मी की सहेलियां भी आई थी कियारा कि मम्मी की मदद करने। सब ने कियारा कि मम्मी की मदद की।
फिर सबके काम करते करते शाम हो गई । सारी त्यारिया हो चुकी थी केक भी आ गया था । कयारा भी त्यार हो गई थी आज कियारा बिलकुल लाल परी लग रही थी। सब उसकी तारीफ कर रहे थे। घर में सारे मेहमान आ गए । अब कियारा के केक काटने का वक्त हो गया। कियारा बहुत खुश थी और फिर कियारा ने मम्मी का हाथ पकड़ के केक काटा । फिर कियारा ने मम्मी को पहले केक खिलाया और फिर मम्मी ने कियारा को केक खिलाया । फरकियारा ने सब को केक खिलाया और फिर सब ने खूब नाचा और मजे किए। आज कियारा को बहुत सारे तोहफ़े मिले। फिर सबने खाना खाया और सब तोहफे दे कर चले गए अब सब जब चले गए तो कियारा ने मम्मी से कहा कि चलो मम्मा हम गिफ्ट खोल के देखते है क्युकी कियारा बहूत उत्सुक थी अपने गिफ्ट देखने के लिय । तो मम्मी ने कहा कि रुको बेटा थोड़ा सा काम है उसे पहले पूरा कर लू फिर दोनो मिल कर गिफ्ट देखेंगे। तो कियारा ने कहा ओके मम्मा। अब जब मम्मी का काम खत्म हो गया तो मम्मी कियारा के पास बैठ गई और गिफ्ट खोलने लगी। कियारा को बहुत ही प्यारे प्यारे गिफ्ट मिले उसे टैडी भी मिला और कपड़े खिलोन और भी दोनो मिल कर सब गिफ्ट खोल रहे थे । तभी कियारा ने एक प्यारा सा स्टार देखा जिसपे एक मम्मी पापा और एक प्यारी सी बच्ची बनी हुई थी । कियारा ने वो मम्मी को दिखाया और पूछा की मम्मा ये क्या है। तो मम्मी ने बताया बेटा ये एक प्यारी सी परी है और ये इस परी के मम्मी पापा है । पापा का नाम सुनते ही कियारा ने फटाक से बोला की मम्मा क्या सब के पापा होते है तो मम्मी ने कहा हा। तो फिर कियारा ने कहा की मेरे पापा क्यू नही है । ब ताओ ना मम्मा कहा है मेरे पापा। ये शब्द सुनते ही कियारा की मम्मी एक दम चुप हो गई और चारो तरफ सन्नाटा हो गया।