The Author Priyanka Malaviya फॉलो Current Read सफर By Priyanka Malaviya हिंदी प्रेम कथाएँ Share Facebook Twitter Whatsapp Featured Books आई कैन सी यू - 42 अब तक हम ने पढ़ा की कियान लूसी का असली ससुराल देखने रहमान कॉ... स्पंदन - 8 ... मोती ओ का हार *"संघर्ष और निरंतरता की शक्ति"**एक बार बादलों की हड़ताल हो ग... मंजिले - भाग 5 ---- हार्ट सर्जरी ---- एक कलाकार ज़ब लिखता हैँ तो... मोहब्बत - पार्ट 1 कैसी हो सनाया अब आपकी तबियत कैसी है " " सनाया से गज़ाला पुछ... श्रेणी लघुकथा आध्यात्मिक कथा फिक्शन कहानी प्रेरक कथा क्लासिक कहानियां बाल कथाएँ हास्य कथाएं पत्रिका कविता यात्रा विशेष महिला विशेष नाटक प्रेम कथाएँ जासूसी कहानी सामाजिक कहानियां रोमांचक कहानियाँ मानवीय विज्ञान मनोविज्ञान स्वास्थ्य जीवनी पकाने की विधि पत्र डरावनी कहानी फिल्म समीक्षा पौराणिक कथा पुस्तक समीक्षाएं थ्रिलर कल्पित-विज्ञान व्यापार खेल जानवरों ज्योतिष शास्त्र विज्ञान कुछ भी क्राइम कहानी शेयर करे सफर (2) 1.8k 5.1k इन ७ सालों मे ट्रेन में पहली बार नहीं जा रही थी में उसके साथ ट्रेनमे । पर मुझे लग रहा है की शायद ये हमारी पहेली सफर है साथ में! बस उसे देखे जा रही थी में शायद मुझे प्यार हो रहा था। फिर से? उसी शख्स से।मतलब में ये नही कह रही की मुझे अभी प्यार हुआ। ये रिश्ता तो बहुत पुराना है पर उससे हर रोज प्यार हो जाता है मुझे। हे ना पागलपन वाली बात ? पर में पागल ही तो हूं।अब में पीछे जा रही हूं ! में आज में जीना चाहती हू। तो आज की ही बात करते है फिर। वो मासूम बच्चे सी हसी , वो चमकती नशीली आंखे, और सबसे फेवरिट बात उसके डिम्पल। कोइ भी उसे देखके पागल हो ही जाता बस में थोडी ज्यादा पागल हूं।ये प्यार होता तो मुझे हरगिज न होता ये दिवानगी है जो हर बार होती है उसे देखकर।नही नही में ये नही कह रही की ये प्यार नही है। मुझे तो उससे हररोज जो होता है 😉उसके साथ एक पल भी बीता लिया तो आप भी उसके फेन बन जाओगे। उतना प्यारा है मेरा प्यार।अगर इतनी बात वो पढ़ लेता तो वो पक्का यही बोलता की " कुछ ज्यादा नही हो गया क्या ।"😂पर हर बार ज्यादा ही हो जाता है मुझसे ।ये ७ साल के सफर के बाद हम हमसफर बनके साथ है। पर कभी लगता है एक दूसरे से हम अंजान है।एक पल में बहुत पास तो दूसरे पल इतना दूर की अंजान लोग भी अपने लगे शायद।पर में उसे हर बार ऐसे ही देखती हूं जैसे पहला प्यार । जेसे दो पंछी बरसो के बाद मील रहे हो , जेसे छोटे बच्चे की हसी, जेसे बारीश की पहेली बुंदे ,वो मिट्टी की खुशबू , वो प्यासी आंखे , और खुला आसमान , नीला समंदर, वो ठंडी हवा । ये एहसास एक साथ होता है जब वो सामने हो।जेसे पहले स्पर्श से सुन्न हो जाना और धड़कन तेज हो जाना। वैसे ही आज भी वो सामने आए तो में बर्फ के जेसे जम जाती हूं।ये तो फेरिटेल जैसा हो गया है ना!पर सच्चा प्यार किसी फेरीटेल से कम नहीं होता। चाहे मेरी स्टोरी हो या किसी और की। हर कोई ये महेसुस करता होगा। मुझे तो यही लगता है। क्या आपने किया है??और आज लंबे इंटरवल के बाद ४ साल बाद हम दोनों एक साथ कही लंबे सफर पे निकले हैं।वो सफर बड़े हसीन होते है जो हम पहले से प्लान नहीं करते । है ना?उसी शख्स से हर बार हर दिन प्यार करने का Reason मुझे पता चल गया । न बात करके भी उसके पास होने का अहसास मुझे आज समझ में आया।वो जताने वालो में से नही है, वो समझ गई थी । जब हम सिर्फ दोस्त हुआ करते थे।इसीलिए उसका कुछ न बोलना भी मेरे लिऐ बहोत कुछ है।रिश्ते Trust, Understanding, Care से ही बनते है , बस हमारे लिए वही प्यार है शायद । और इससे ही आज तक हम जुड़े हुए है। हर कोई कहता हे की वो प्यार में है । पर निभाना ही प्यार है, जो करना ना पड़े बस हो जाए वो प्यार है। अगर आप प्यार में हो तो उसे कभी जाने मत दो ये वो पंछी है जो आपका होगा तो कही नही जायेगा । मगर वो आपका नही हे तो उसे पकड़ने से भी वो नही रह पायेगा। ये जरूर है की किसीको खुद से बांध कर न रखे दुनिया के पिंजरे मे हम सब पंछी है जिसे जहा जाना है वो वहा पहोंच के ही रहेगा । तो खुद को, दूसरो को बस उड़ने दो वो अपनी मंजिल तक पहुंच ही जायेगा।किसी रिश्ते में खुद को जबर्दस्ती बांध के रखना मतलब खुदखुशी करना है। प्यार हे तो छुपाना भी खुदखुशी है.. प्यार हे तो कह दो नही तो फिर रहने दो। 😉😂लगता है ट्रेन की पटरी के साथ कहानी भी ट्रेक बदल रही है।ये ठंडी हवा ही ऐसी है जो छू के उसके पास होने का अहसास दिलाती है ।उसकी यादों के साथ, उसके साथ में ये सफर यादगार बनाना चाहती हूं । तो ये कहानी फिर कभी बताऊंगी 😉 अभी के लिए बस उस एहसास को महसूस करो। 🥰❤️ Download Our App