माँ तेरी याद सताती है मेरे पास आ जाओ,
थक गयी हूँ मुझे अपने आँचल मे सुलाओ,
उंगलियाँ अपनी फेर कर बालो में मेरे,
एक बार फिर से बचपन कि लोरियां सुनाओ।
अब बहोत याद आति हे आप की कही हूई सारी बाते,, तब सुनकर आपकी बाते बेवजह लगति थी ।। मगर जब ईस जमाने को देखा तब जाना के आप की बाते बेवजह नही थी,,, हर बार आपकी याद आई माँ जब भी खरोच भी आई माँ ,, याद आते है,, वो दिन जब छोटी सी खरोच पर भी आप घबरा जाती थी।। मेरी तबियत खराब और आप का रात भर जागना ,
बहोत याद आती हो माँ,, , थक गई हु माँ ईस दुनिया से कयु नहि है दुनिया आप जैसी माँ ,,
मेरे बिना बोले तुम,
सब कुछ समझ जाती हो,
ये हुनर मेरी माँ,
तुम कहाँ से लाती हो।
मेरे बिना बोले मेरी तकलिफ और ददॅ समझ लेना मेरे बिना बतायेमेरी परेसानिया जान लेना सब कुछ जान लेति हो केसे समझ लेती हो माँ ये हुनर कहा से लाति हो माँ ।। ये दुनिया आप जैसी कयु नही है माँ ।।
माँ शब्द कितना छोटा है ना ? लेकिन क्या कोई इसकी व्याख्या कर पायेगा ? मुझे नही पता जिनके पास माँ नही वो कैसे जीते होंगे क्योकी माँ ही तो है घर मे जो सबसे लिए बिना किसी स्वार्थ के हर काम करती है, सुबह-सुबह जल्दी उठकर पूरे घर के सदस्यो के लिए शानदार खाना बनाना, ईश्वर से सभी के लिए मनंत मानना और क्या नही करती है माँ
आप के बिना जिंदगी कितनी सुनि है ।। माँ आपके हाथ का सवाद येसे बसा है। मन मै आप के हाथो के बने खाने से ही मन भरता है ।। वरना पेट भरता है । मगर मन नही भरता । आपके बिना जिना मुशकिल है माँ मेरी हर मुशकिल के सामने आपकी दुआ आ जाति है । माँ
मेरा एक भी तेरे बिन ना गुजरे माँ… मै तेरे बिना कुछ भी नही हुँ इसलिए आज मै आपके लिए कुछ लाइने लेकर आया हुँ जो मेरे दिल से केवल आपके लिए निकलती है मेरी माँ- माँ
मेरी पयारी माँ । आपसे ही मेरी जिंदगी सजी है माँ । आपके बजेसा कोई नहि माँ ।
मेरी पयारी माँ।। love u maa ♥️