कार्तिक ने हमेशा अपनी गर्लफ्रैंड से फ़ोन में ही बात की थीं। उसे कभी देखा नहीं था। आज वो अपनी गर्लफ्रैंड से मिलने गार्डन में जाता है, दोनों ने एक दूसरे को पहचानने का एक ड्रेस कोड रखा था , ब्लू शर्ट । कार्तिक उछलता कूदता हाथ में फूलों का गुलदस्ता लिये पार्क में जाता हैं वहाँ जाकर देखता है कि उसके सामने ब्लु शर्ट पहने उसकि खडूस बॉस एक लड़के से बात कर रही थी। और उसके हाथ में भी गुलदस्ता ओर एक लैटर था। कार्तिक के अपनी बॉस को अपनी गर्लफ्रैंड की जगह देख सारे अरमान वहीं धरे के धरे रह गए। और उसका मुंह लटक जाता है उसका फूलों का गुलदस्ता वहीं गिर जाता है। उसी समय उसकी बॉस ( चीनू , जिसे वो सब प्यार से चिपकू बुलाते थे। ) पीछे देखती हैं चीनू उसे देख ना ले इसलिये वो वहीं बेहोश होने का नाटक करता हुआ चेहरा छुपाते हुए नीचे गिर जाता हैं उसके पास जो भी थे उसके पास आते हैं और बोलते हैं कि इसकी हेल्प करो कोई हॉस्पिटल ले जाओ । उसकी बॉस उसके क़रीब आती है और बोलती है इसका चेहरा तो सीधा करो और पानी छिड़को ( बोतल देते हुए बोलती है )। दूसरे 2 लोग उसे सीधा करने की कोशिश करते हैं लेकिन वो बिल्कुल हिलता भी नही जैसे जमीन के चिपक गया हो ओर अचानक से उसके पास गिरी हुई कपड़े की थैली उठाकर अपना चेहरा ढक कर भागने लगता है दूसरे लोग ये देख कर एक दूसरे की और देखने लगते हैं उनके पास ही एक चेयर पर बैठा 10 साल का लड़का जोर से हंसता हुआ बोलता है- आप सब को बुद्धू बना कर भाग गया छोरा तो । कार्तिक अपने चेहरे पर थैली पिरोये हुए आगे भागता जाता है आगे पेड़ आता है जिससे टकरा कर नीचे गिर जाता है लेकिन अपने चेहरे से थैली नही हटाता है फिर उठ कर फिर से भागने लगता है और पूरे गार्डन के चक्कर काट कर वापिस उसी जगह आकर खड़ा हो जाता है और चैन की सांस लेता है उसे लगा जैसे वो वहाँ से निकल गया हो। और अपनी थैली को हटाता है। पीछे से उन्ही लोगों की आवाज आती है - लगता है किसी ने इसका दिल तोड़ दिया किसी को चेहरा दिखाने के लायक नही रहा, बिचारा चेहरा छिपाता फिर रहा है उनमें से ही चीनू बोलती है - सुनो अपना चेहरा दिखा ना ? कार्तिक तो अपना चेहरा दिखाने वाला था नहीं। उसने फिर वो थैली पहनी और एकदम सीधा दौड़ने लगा। और सीधा गार्डन के बाहर चलती हुई कार से टकरा गया जिससे वो 4- 5 फ़ीट दूर जाकर गिर पड़ा कार वाले ने कार रोकी ओर बाहर निकला जितने में कार्तिक उठ कर लंगड़ाते हुए भाग गया कार वाला पीछे से आवाज़ लगता है रुको, मैं हॉस्पिटल ले चलता हूं । गार्डन में खड़े लोग देख रहे थे उनमें से एक बोलता है - छि ! छि! बेचारा लड़का, इसने तो आज दिल के साथ साथ हाथ, पैर भी टूड़वा लिए । लेकिन कार्तिक नही रुकता है और थोड़ी दूर जाकर अपने चेहरे से थैली निकलता है और ऑटो लेकर वहाँ से निकल जाता है कार्तिक एक घर के सामने जाकर रुकता है - जिस पर लिखा हुआ था " वेलकम टू ड्रीम लैंड " । वह वहाँ जाकर डोर बैल बजाता है सामने से एक लड़की ( नन्नू ) दरवाज़ा खोलती हैं जिसने ब्लैक कलर का फेस मास्क लगा रखा था कार्तिक को देख कर जोर से चिल्लाती है - भैया............. चलता फिरता मुर्दा आया है। लगता है रास्ता भटक गया है । पीछे से सीढ़ियों से दौड़ते हुए 2 लड़के आते है जिसमे से एक ( जीनी) जिसके हाथ में कैमरा था चिल्लाते हुए आता है कहाँ है! कहाँ है ।और उसके पास आकर फुर्ती से एक फ़ोटो ले लेता है । जिसे कार्तिक चिल्लाते हुए बोलता है। बस करो। मुझे अंदर आने दो ।कार्तिक की आवाज सुनकर जीनी, पास ही खडे भोला से बोलता है - ये मुर्दा तो कार्तिक की आवाज़ भी निकालता है। बहुत मजेदार है ये तो। तभी नन्नू बोलती है - ये कार्तिक ही है । ओर तीनों कार्तिक को अंदर ले जाते हैं और डॉक्टर को कॉल करते हैं। थोड़ी देर बाद डॉक्टर हाथ मे अटैची लेकर आते हैं उनकी उम्र ज्यादा थी या फिर बहुत ज्यादा थी जिससे उनके हाथ कांप रहे थे। कार्तिक को सोफे पर बैठा रखा था डॉक्टर उनका इलाज स्टार्ट करते हैं। उसके सिर पर लगीं चोट को साफ करने लगते हैं कार्तिक की नज़र नन्नू पर पड़ती है उसके मास्क की वजह से वो डर रहा था और तो ओर वो उसे ही घूरे जा रही थी जैसे ही डॉक्टर उसकी चोट को साफ करने लगते हैं कार्तिक डॉक्टर के हाथ को फेक देता है जिसके डॉक्टर का हाथ भोला से टकराता है और वह धड़ाम से नीचे गिर जाता है जीनी उसके पास आकर उसे उठाने की कोशिश करता है जीतने में कार्तिक उछल खड़ा होता है, जिससे डॉक्टर पास ही लंबा पाइप रखा होता है से टकराते है और वो पाइप जीनी के सिर से टकरा कर गिर जाता हैं और जीनी वहीं बेहोश हो जाता है। कार्तिक नन्नू की तरफ इशारा करते हुए जोर से चिल्लाता है - इस चुडेल को मेरे सामने से दूर करो। ये सुनते ही भोला फुर्ती से उठ खड़ा हो गया और नन्नू को खींच कर कमरे में ले जाकर बंद कर देता है । और कमरे के बाहर खड़ा होकर भोला चैन की सांस लेता है और सोचता है अब कोई प्रॉब्लम नही होगी। जितने में नन्नू कमरे के अंदर से दरवाज़े को जोर से धक्का लगाती हैं दरवाज़े के ऊपर टंगी तस्वीर नीचे भोला के सिर पर गिरती हैं। और वो वहीं बेहोश हो जाता है। थोड़ी देर बाद लगभग आधे घण्टे बाद तीनों ( कार्तिक, भोला ओर जीनी ) सोफा पर सिर पर पट्टी बांधे बैठे होते हैं , सिर्फ सिर पर ही नहीं लगभग पूरे चेहरे पर जिसमें से थोड़ी थोड़ी आँखे बाहर निकल रही थी । और डॉक्टर सामने खड़े थे डॉक्टर के हाथों पर ज्यादा कंट्रोल नही था इसी वजह से ऐसी अजीब मरहमपट्टी हो गयी थी। श्याम के समय एक सोफे पर कार्तिक बैठा था और सामने वाले सोफे पर तीनों ( भोला , नन्नू और जीनी ) बैठे थे। उनमें से जीनी खड़ा होकर पूछता है तुम्हारे साथ हुआ क्या था , तुम्हारी वजह से हम भी तुम्हारे साथ पट्टी बांधे बैठे हैं । कार्तिक गार्डन का पुरा किस्सा सुनाता है। उसकी बात सुन जीनी हँसते हँसते सोफे से फिसल जाता है। और नन्नू जोर जोर से हँसने लगती है, भोला अपनी हँसी को कंट्रोल करके जीनी की तरफ सीरियस होकर देखते हुए बोलता है - ज्यादा मत हँस पट्टी गले में आ जायेगी और फिर वो भी जोर से हँसने लगा । कार्तिक चुप चाप बैठा बैठा उन्हें देख रहा था। फिर बोलता है - बस भी करो , चिपकू को मेरी पता चल जाती तो मुझे नॉकरी से निकाल देती , इससे अच्छा तो मैं मुँह छिपा कर भाग जाऊ। जीनी बोलता है - चाहे हाथ पैर क्यों ना टूट जाये। और सब साथ में हँसने लगते हैं। हँसते हँसते भोला की पट्टी फिसल कर गले में आ जाती है और सब भोला की ओर देख कर हँसने लगते हैं। भोला भी साथ में हँसने लगता है।