जुड़वां बच्चों के तीन पिता ! - 3 - अंतिम भाग S Sinha द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ

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जुड़वां बच्चों के तीन पिता ! - 3 - अंतिम भाग

अंतिम भाग 3 - पिछले अंक में आपने पढ़ा कि अलीशा के साथ एक दुखद हादसा हुआ और उसके बाद उसकी शादी हुई , अब आगे पढ़िए ….


कहानी - जुड़वां बच्चों के तीन पिता !


दो दिन बाद ही दोनों ने कॉलेज जाना शुरू कर दिया था . दोनों एक दूसरे को पा कर तृप्त थे . अगले महीने से डेनियल भी उनके साथ रहने वाला था . उसके आने के बाद पूरा परिवार खुश था . कुछ दिनों बाद अलीशा पति से बोली “ लगता है गॉड ने आपकी सुन ली है . “


“ मैं नहीं समझा , क्या मतलब ? “


“ आज कॉलेज से लौटे समय एक प्रेग्नेंसी किट लेना होगा . “


“ सच ? “ बोलकर अब्राहम ने उसे बाहों में जकड़ लिया तब अलीशा बोली “ क्या कर रहे हैं ? घर में सयाना लड़का भी है . “


अलीशा का प्रेग्नेंसी टेस्ट पॉजिटिव आया . पति पत्नी दोनों खुश थे . डेनियल यह खबर सुन कर थोड़ा गंभीर हो गया था . अलीशा ने उसे काफी समझाया और कहा “ इस घर के तुम बड़े बेटे हो और यह सम्मान और हक़ तुम्हारा बरक़रार रहेगा . अब्राहम तुम्हें कभी शिकायत का मौका नहीं देगा . “


कुछ महीने बाद अलीशा की तबीयत ठीक नहीं थी , वह डॉक्टर के पास गयी . डॉक्टर ने टेस्ट कर कहा “ चिंता की कोई बात नहीं है . आप ट्विन बच्चों की माँ बनने जा रही हैं . अभी सब कुछ नार्मल है . आगे भी स्वास्थ्य और खानपान पर पूरा ध्यान देंगी .

अब्राहम ने यह सुन कर हँसते हुए कहा “ हमने तो गॉड से सिर्फ एक बच्ची मांगी थी उन्होंने ये बोनस दे दिया ? गॉड इस ग्रेट , उनके यहाँ भी बाई वन गेट वन स्कीम चालू है . “


समय पर अलीशा ने जुड़वें बच्चों को जन्म दिया एक बेटा और एक बेटी . पीटर और मार्था क्रमशः उनके बेटे और बेटी के नाम थे . अलीशा को कुछ महीने छुट्टी लेनी पड़ी थी . पर जैसे जैसे उसके बच्चे बड़े होते गए अब्राहम को अंदर से एक चिंता सताने लगी . जुड़वों में कोई भी बच्चा अपने माँ बाप पर नहीं गया था . रंग रूप , नाक नक्शे हाव भाव कुछ भी अपने माता पिता से नहीं मिलते थे . अब्राहम ने अपने व्यवहार से कभी अलीशा के मन में कोई शंका न होने दिया था .


एक दिन अब्राहम ने चर्च में फादर से मिल कर अपनी चिंता व्यक्त की . फादर ने कहा “ मैंने बायोलॉजी ऑनर्स किया है और कुछ जींस संबंधी जानकारी मुझे भी है . ऐसे बहुत मामले पाए गए हैं जिनमें बच्चा अपने माता पिता पर न जा कर अपने दादा दादी या नाना नानी पर गए हैं या कभी उससे भी पहले की पीढ़ी पर गए हों . यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है . तुम्हारी चिंता निराधार है . “


बातों बातों में एक दिन अब्राहम ने अलीशा से कहा “ हमारे बच्चे हम पर न जा कर लगता है अपने दादा नाना पर गए हैं . “


“ तो इसमें बुरा क्या है ? हम सभी तो उन्हीं के वंशज हैं . “


देखते देखते करीब 15 साल बीत गए . डेनियल पढ़ लिख कर सैटल कर गया था . पीटर और मार्था दोनों ही पढ़ने लिखने में बहुत कमजोर थे . अब्राहम को अंदर अंदर संदेह हो रहा था कि हमारे दोनों बच्चे हमसे इतने भिन्न क्यों हो सकते हैं , लगता है इनमें माता पिता के जींस हैं ही नहीं . इत्तफाक से शहर में कुछ दिनों के लिए एक अमेरिकन जिनेटिक डॉक्टर आया था . अब्राहम ने उनसे अपनी चिंता बताई और मिलने का समय माँगा . डॉक्टर ने उन्हें बच्चों के साथ मिलने के लिए बुलाया .


अब्राहम ने पत्नी से कहा “ बहुत दिनों से पीटर और मार्था का रूटीन मेडिकल टेस्ट नहीं हुआ है . आज मैं फ्री हूँ , सोच रहा हूँ करा लूँ . “


“ मैं तो आज फ्री नहीं हूँ , हो सके तो आप जा कर करा लें . “


डॉक्टर ने दोनों बच्चों के ब्लड और कुछ अन्य सैंपल लिए और एक सप्ताह बाद मिलने के लिए बुलाया . अब्राहम जब मिले तो डॉक्टर ने कहा “ मैंने पीटर और मार्था दोनों के डी एन ए टेस्ट किया है . आई एम सॉरी , आप उनके बायलॉजिकल फादर नहीं हो सकते हैं . इन दोनों के डी एन ए में भी काफी विभिन्नता है इनके पिता भी एक नहीं हो सकते , जहाँ तक मैं सोचता हूँ मैं गलत नहीं हूँ . “


यह सुन कर मानों प्रोफ़ेसर के पैरों तले से जमीन खिसक पड़ी हो . उनका शक सही निकला पर दोनों जुड़वां बच्चों के दो पिता कैसे संभव है , यह बात उनकी समझ से बाहर थी . वे बोले “ डॉक्टर पीटर और मार्था दोनों ट्विन्स हैं , फिर इनके फादर अलग अलग कैसे हो सकते हैं . “

“ मैं भी नहीं समझ पा रहा हूँ , पर मेरा ज्ञान और अनुभव इसे न मानने के लिए भी तैयार नहीं है . “


फिर अब्राहम ने डॉक्टर से शादी के ठीक पहले अलीशा के साथ हुए हादसे की बात कही . डॉक्टर को जब यह बात पता चली तब वह बोला “ मेरा अनुमान सही निकला प्रोफ़ेसर . दोनों जुड़वां बच्चों के पिता एक नहीं दो हैं . ऐसे केस मुझे पढ़ने को मिले हैं हालांकि आमतौर पर ऐसा नहीं होता है पर ऐसा हजारों में एक होता है . मैंने ऐसे कुछ मामलों के बारे में पढ़ा है . “


“ डॉक्टर , हाउ इट्स पॉसिबल ? क्या साइंस के अनुसार ऐसा सम्भव है ? “


“ इट्स पॉसिबल , इट्स रेयर बट कांट बी इम्पॉसिबल . “


“यह कैसे सम्भव है ? “


“ सुनिए , जब कोई औरत ओवुलेट कर रही हो और दो आदमियों से सेक्स करे तो ऐसा हो सकता है . दोनों पुरुषों के अलग अलग शुक्राणु औरत के दो अंडों को फर्टिलाइज कर सकते हैं . शुक्राणु और अंडज दोनों को गर्भाशय तक पहुँचने में कुछ समय लगता है . नतीजतन ओवरलैप हो सकता है और बच्चे जुड़वां होते हैं . उनके बायोलॉजिकल फादर दो होते हैं इसलिए ऐसे ट्विन्स के डी एन ए भी अलग होते हैं . वैसे इसे मेडिकल भाषा में हम सुपरफेकंडेशन ( Superfecundation ) कहते हैं . आई थिंक अब आप जो जानना चाहते थे जान गए हैं . “


इसके बाद अब्राहम ने फादर मूर से मिल कर सारी बात बताई . उसे चिंतित देख कर फादर बोले “ अब फैसला तुम्हें करना है . तुम बच्चों को स्वीकार करोगे या नहीं . पर बच्चों को तो उनके पिता की जानकारी नहीं है . अलीशा और तुम्हें ही अपना माता पिता मानते हैं . तुम दोनों ने बड़े जतन से उनकी परवरिश भी की है . आखिर वे कहाँ जायेंगे . क्या तुम्हें पीटर और मार्था से जरा भी प्यार नहीं है ? “


“ उन्हें कहीं जाने की जरूरत नहीं है . मैं ही उनका पिता बना रहूँगा . पर अगर भविष्य में रियल बायोलॉजिकल फादर का पता चले तो मैं क्या करूंगा या मुझे क्या करना चाहिए . आप ही सुझाएँ डॉक्टर . “


“ तो तुम क्या कर लोगे ? गड़े मुर्दे उखाड़ने से कुछ हासिल नहीं होगा . सारी जिंदगी कोर्ट पुलिस में कट जायेगी और हासिल कुछ न कर पाओगे . और इन्हें अलीशा ने नौ महीने पेट में रखा है , अपना खून और अपना स्तनपान करा कर उन्हें इतना बड़ा किया है . क्या वह इन बच्चों को त्याग देगी - माँ तो वही है न . उस पर क्या बीतेगी यह सुन कर . अगर तुम्हें अलीशा से प्यार है तो बीती बातों को दफन कर आगे बढ़ो . भूल कर कभी भी बच्चों या अलीशा से इस विषय में कोई चर्चा न करना . बी प्रैक्टिकल , इसी में पूरे परिवार की भलाई है . “


प्रोफ़ेसर खामोश हो सब सुन रहे थे . उन्हें चुप देखकर फादर बोले “ तब क्या फैसला लिया है तुमने ? अलीशा को सच बताने जा रहे हो . “


“ नो फादर , मैं अलीशा या बच्चों से इस बारे में कोई बात नहीं करूँगा . बट गॉड की लीला भी अपरंपार है . जुड़वां बच्चों के तीन पिता हैं . “


“ अरे ये तीसरा कहाँ से आ गया , कौन है वह . “

“ दो उसके बायलॉजिकल फादर्स और दुनिया की नजर में तीसरा और असली पिता मैं . “


घर जा कर प्रोफ़ेसर ने दोनों बच्चों से कहा “ मैं देख रहा हूँ तुम्हारा पढ़ाई लिखाई में जी नहीं लग रहा है . तुम्हारे माता पिता दोनों प्रोफ़ेसर हैं . तुम दोनों अपने दादा दादी पर गए हो , पीटर दादी पर और मार्था दादा पर गयी है . तुम्हें शायद पता नहीं तुम्हारे दादा दादी दोनों पढ़े लिखे थे . उनके बच्चों को भी पढ़ लिख कर बड़ा आदमी बनना चाहिए न , कल से जी लगा कर पढ़ना शुरू करो . बोलो ठीक कह रहा हूँ न . मुझे और तुम्हारी मम्मी दोनों को तुम दोनों से बहुत उम्मीदें हैं . बोलो अपने मम्मी डैड का मान रखोगे न ? “


पीटर और मार्था दोनों ने कहा “ यस डैड . “


पति की प्यार भरी बातें सुन कर अलीशा भी मुस्कुरा रही थी , अलीशा वास्तविकता से अनभिज्ञ जो थी .

समाप्त