जीवनसाथी - 2 Vidhi Bhavsar द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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जीवनसाथी - 2

आगे का पहला पार्ट पढ़ने के लिए आप सभी का धन्यवाद! इस कहानी में आगे क्या हुआ आईये जानते हैं।) आहान अपनी माँ कल्याणी (जो व्रिहि के कॉलेज की प्रिंसिपल थीं।) उस्से मिलने आया था। जब वह अपनी car से बाहर निकला पीछे से उसके कंधे पर किसीने अपना हाथ रखा। वह आहान का दोस्त रेहान था जो कि इसी कॉलेज में पढ़ता था। दोनों काफी अच्छे दोस्त हैं।। रेहान : अरे भाई, कितने दिनों के बाद यहाँ आया है तू।कैसा है तू ठीक तो है ना ? (उसने उसे एक ही सांस में सब कुछ पूछ लिया।) आहान : हाँ यार! तुजे देखकर बहुत खुशी हो रहीं हैं। ( इसबीच आहान और रेहान एक दूसरे के गले मिलते हैं और आगे बात करना जारी रखते हैं ।) रेहान : वैसे यहाँ क्या कर रहा है ? तू मैम से मिलने आया है ? आहान : हा! वोह दरहसल मुझे कॉलेज मे से study tour पर जाना है, तोह इस बारे में mom से permission लेने आया था । रेहान : हाँ! वोह अभी अपनी कैबिन में ही होंगी, तू जा ओर उनसे मिलले । (इसबीच रेहान ने आहान के कंधों पर प्यार से हाथ रखा और फिर उसे bye बोलकर चला गया।) ( आप सोच रहे होंगें की अभी तक हमारे हीरो -हीरोइन कब मिलेंगे ? उस वक्त व्रिहि कल्याणी के केबिन में थीं। उसे अपनी चाचा की बेटी की शादी में जाना था। इसलिये वो उस्से मंजूरी माँगने आई थीं। वह कॉलेज काफी स्ट्रिक्ट होने की वजह से दो दिनसे ज्यादा छुट्टी लेनी हो तोह प्रिन्सिपल की परवानगी लेनी पड़ती हैं।) व्रिहि : मुझे दरहसल चार दिन की छुट्टी चाहिए क्या आप मुझे दे सकती हैं। please! कल्याणी : why? तुम तो कभी भी इतनी छुट्टी नही लेती पिछले साल तुमने एक भी छुट्टी नही ली थीं, तोह फिर इस साल क्या हुआ? ( कल्याणी ने थोड़ा सा हैरान हो कर पूछा। ) व्रिहि : वोह ! mem मुझे मेरे चाचा की लड़की की शादी में जाना है। वो मेरे चाचा की इकलौती बेटी है,अगर में नही गई तोह सब लोह नाराज हो जाएंगे। ( व्रिहि ने उदास हो कर प्रिन्सिपल मैडम की आंखों में देखते हुए कहा। ) कल्याणी : अच्छा मुझे थोड़ा सा सोचने का वक्त दो, तब तक तुम सामने सोफे में जाकर बैठ जाओ। ( दूसरी तरफ से आहान केबिन की तरफ ही आ रहा था। रास्ते में सारी लड़किया उसे एक टक देख रही थीं, वो उस कॉलेज का नही था, फिर भी सारी लड़किया उसे ही देख रही थीं। वह चलते हुए काफी Smart और Handsome लग रहा था। उसकी भूरी आँखे, गोरा सा चहेरा,उसके थोड़े से बिखरे बाल। जजल्दी से वह प्रिन्सिपल की कैबिने में पहुँच गया।) आहान : mom! May i come in? (किसी लड़के की आवाज सुनकर व्रिहि ने अपना सिर जब उस और किया तोह वह बस उसे देखते ही रह गई।) कल्याणी : ओह! बेटा तुम हो, अंदर आओ।। आहान : mom, मुझे यूनिवर्सिटी में से study tour पर जाना है क्या में जा सकता हूं।? कल्याणी: व्रिहि बेटा, हम दोनों को कुछ important बात करनी है, क्या तुम बाहर जा सकती हो? (व्रिहि हम्म कहकर बाहर की ओर चली गई।) (आप लोग अपना ख्याल रखना और पढ़ते रहना “जीवनसाथी"। आप को यह story कैसी लगी मुझे जरूर बताना।)