If This Isn’t Love  books and stories free download online pdf in Hindi

ये प्यार नही तो क्या है

Chapter -1
अगस्त 2018 की बात है ,एक दिन मैं ऐसे ही फेसबुक पर कुछ देख रहा था। वही people you may में कुछ जाने पहचाने कुछ अनजाने चेहरे थे। एक दो लोगो को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज दिया ।फिर एक नाम ऐसा दिखे जिसने दो लोग mutual फ्रेंड थे जो मेरे बहुत अच्छे known थे। मैंने उसको भी अनायाश बिना जाने ही फ्रेंड reqeut भेज दिया।कुछ दिनों में उसने रिक्वेस्ट accept कर लिया। मैंने कुछ ज्यादा ध्यान नही दिया या फिर बात करने की कोई कोशिस नही की।एक दिन कोई जरूरी सूचना थी मैंने सबको फारवर्ड कर दिया। फिर एक दिन measenger देख रहा था top में उसका नाम था मैंने उसे wave किया।उसने seen किया लेकिन कोई reply नही दिया।मुझे थोड़ा बुरा लगा और थोड़ा गुस्सा भी। मैंने सोचा अब कभी मेसज नही करूँगा और न ही reply dunga। धीरे धीरे ये सब बातें भूल गए। पढ़ाई में ब्यस्त हो गया ।अब वो समय आ गया था कि aiims pulse में जाने की तैयारी की जाए। मैं हर मेडिकल स्टूडेंट की तरह वहाँ जाने के लिए बहुत उत्साहित था।

Chapter-2


जब आप मेडिकल कॉलेज में जाते है ,तो वहाँ बड़े बड़े दिलचस्प किस्से सुनने को मिलते हैं।उनमें से एक था देश की राजधानी दिल्ली में aiims मेडिकल कॉलज में सालाना आयोजित होने वाले pulse जलसे का।ये हर साल midseptember में होता है।यहाँ पर हर साल देश के लगभग हर मेडीकल कॉलज से लड़के लड़कियां डिफरेंट programs में पार्टिसिपेट करने आते है।बहुत खुशनुमा दिन और रंगीन राते होती है। आखिर सेप्टेम्बर आ चुका था ।मैं तो तैयार था लेकिन मेरे सबसे अच्छे दोस्तो में कुछ एक ने मना कर दिया।जबकि हमसबने एक साथ जाने का वादा किया था। मैं थोड़ा निराश था लेकिन वहा जाने की पूरी जानकारी सीनियर से लेने के बाद अकेले चलने का मन बना लिया।फिर बाद में पता चला एक दो दोस्त चल रहे तो हम सब साथ ही चल दिये।आखिर जाने का दिन आ गया था। झांसी रेलवे स्टेशन से रात 10 बजे की ट्रेन में बैठ के हम लोग दिल्ली की तरफ चल दिए।सुबह दिल्ली पहुच कर ,ग्रीनपार्क रेलवे स्टेशन के पास किराए का रूम लेकर दोपहर तक आराम किया।फिर नहा धोके aiims कैंपस में गए। फिर वहां खूब एन्जॉय किया।शाम को थक हारकर होटल रूम लौट आये।
Chapter3
अगले दिन फिर दोपहर तक गए ।घूमते टहलते शाम के 5 बज गए।मेरे दोस्त को कुछ काम था वो अपने किसी रिश्तेदार के यहाँ चला गया।मैं अकेला aiims के ऑडिटोरिम में कुछ देर बैठ रहा ।मैं ऑडिटोरिम से निकल कर उसके गेट पर बैठ गया।वहां बहुत से लड़के लड़किया सेल्फियां और फोटोज ले रहे थें।मेरा भी मन बहुत हुआ कुछ सेल्फियां औऱ फोटोज ले लू लेकिन अकेले होने की वजह से नही ले पाया।वही गेट के बाहर कुछ गमले लगे थे।वहां पर काफी तितलियां एक साथ खेल रही थी।मैं वही गेट पर फ़र्श पर बैठ गया।उनको निहारने लगा।मैं जहाँ बैठा था उसके आसपास 10 मीटर की दूरी में कोई नही था। तभी पीछे से किसी कि आवाज सुनाई पड़ती हैकैसे कैसे लोग दुनिया मे होते हो इतनी मस्त हंसी ख़ुसी वाली जगह आकर भी उदास होकर अकेले बैठ कर न जाने के किन खयालो में खोये बीच रास्ते मे बैठे हैं।मैं उनकी तरफ देख कर मुस्कुराता रहा । उनके जाने के बाद मुझे लगा उसमें कोई चेहरा तो जाना पहचाने लगा।मैंने वही बैठे बैठे उस जाने पहचाने चेहरे को याद करने की कोशिस करने लगा ।लेकिन मजाल है कि मेरे मेमोरी से कुछ निकल के आता। फिर मैंने कहा छोड़ो पता नहीं कौन होगा। मैं फिर भी वही बैठा रहा।अब कोई आएगा तो मैं उससे जरूर कहूंगा कि मेरी कुछ फोटोज निकाल दे

Chapter 4

उसी रात में लगभग दो बजे के आसपास एक मैसेज आया/ R you attending pulse?

मैंने कहा-yes i am here। साथ मे कहा कि इतनी मस्त जगह है कि हम सबको यहां एक बार जरूर आना चाहिये।
उसने कहा-yeah, even i did too, yesterday the concert
फिर मुझे याद आया ये तो वही लड़की है जिसका चेहरा याद नही आ रहा था लेकिन मैं sure नही था कि ये वही थी कि कोई और।
मैंने कहा तुम कितने लोग आए हो,उसने कहा 25लोग।फिर बताया की मै यही दिल्ली से actully ncr से (हस्ते हुए😂)
तब तुम जब चाहो तब आ जाओ, फिर मैंने कहा dj chetas में आओगी।
उसने कहा नही -we will talk else when, have fun
See you again
जबाब में मैने बस एक blush वाली smiley 😊भेज दी।
उसके बाद दिल्ली में रहते हुए हमने कोई बात नही की
मैं दिल्ली से अपने कॉलेज झांसी लौट आया था।मेरे calsses सुरु थी ।
उसका मेसज आया-are you from 16 batch
मैंने कहा -yes।
Lol😂 good after noon sir-उसने कहा
मैंने कहा -good after noon bacche😂thats how my senoiors used to answer us।
फिर उसने पूछा -are you in jhnsi
मैंने कहा -yes actully in path lab
उसने कहा -lol,😂continue then see you again bye
अब हमारी छोटी छोटी बातें होने लगी थी।वही सब जरूरी बातें जो किसी को जानने के लिए शायद ज़रूरी होती हैं।

अगले दिन मैंने पूछा क्या कर रही हो,उसने कहा
‌Musically is on😂
मैंने पूछा देख रही या बना ,उसने कहा have a look
औऱ एक vedio भेज दिया।
उसमे यही था what is the cow says.बौं बौं
What is the cat says.meow meow
बड़ा ही फनी vedio मैंने कहा। तबतक उसने दूसरा भेज दिया
जिसमे धड़क मूवी का बेहद फेमस डायलॉग था। उसमे
लड़की कहती है।मधु i love you ,तू भी बोल /लड़का मैंने शर्म आवे- लड़की शर्म आवे एक थप्पड़ दूंगी. i love you too लड़का बोल चुका होता है।
उस vedio को मैंने बहुत बार देखा।उस दिन पहली बार musically अच्छा लगा या उसका vedio मुझे नही पता ।
फिर usual सी बातें होने लगी। वही सब दिन कैसा बीता, dinner हुआ कि नही ।बातें अब ज्यादा होने लगी थी।

उसने पूछा कि have you heard that song
मैं पूछता उससे पहले ही उसने गाने का screenshot भेज दिया
गाने के बोल थे आपसे मिलकर अच्छा लगा,फ़िल्म अंधाधुन से ।उस रात वो गाना बजता ही रहा।
और मैंने कहा मुंझे तुमसे बात करके अच्छा लग रहा।
उसने कहा -lol ,😊 same pinch on your nose।

नये रिश्ते में कितना नयापन होता है। हमारा भोला मन इस जिज्ञासा में ऐसा खो जाता है कि उसे आगे-पीछे की कोई सुध भी नहीं रहती। लगता था जैसे किसी और दुनिया में हैं हम दोनों। उसकी आवाज, उसकी हँसी की खनक, उसकी मस्ती मेरे कानों में पूरे दिन गूँजती रहती है।

उसकी एक खास बात थी उसे lol लिखना और बोलना जैसे उसका तकिया कलाम हो,😂
हमारी बातें अब गानों पर होने लगी,उसने बताया कि उसे
ये मेरा दीवानापन है, मेरा दिल भी कितना पागल है, आफरीन आफरीन जैसे गाने सुनने पसंद है।उसने अपने recent playlist के गानों का स्क्रीनशॉट्स शेयर कियामैंने भी अपने पसन्द के कुछ गाने जैसे बड़े अच्छे लगते है ,किशोर जी सारे गाने पंसद है उसे बताया।
उस दिन बात करते करते रात ज्यादा हो गयी ।हमने good night कहा और बाकी बातों के लिए अगला दिन,......

Chapter5
अब मुझे उससे बाते करना बहुत अच्छा लगने लगा था। मुझे नही पता था उसे भी मेरी तरह लग रहा होगा कि नहीं।ऐसे ख्याल आना बहुत स्वाभिक होता है जब हम किसी लड़की से बात कर रहे होते है।जिसतरह से हम बातें करने लगे थे ,ऐसे लगता था जैसे बहुत अच्छे से एक दूसरे को जान लेना चाहते हो।।सुरुआत के दिनों में हमने बहुत इधर उधर की जिससे एक दूसरे को अच्छे से जान सके , बाते की ।
एक दिन उसने मुझे बताया कि-you dont look like doctors type, we all look student simple shober typebut you dont।
मैंने कहा फिर मै कैसा दिखता हु।उसने कहा you look like sportperson(sporty)athlete type।उन दिनों मैं runnig aur gym वैगरह करता था और वैसे दिखता भी था।बाती ही बातों वो बताने लगी कि उसे सिंगिंग और स्केचिंग करना बेहद पसंद है।उसने अपने sketch केकुछ सैंपल भी मुझे भेजें।मेरा sktch बनाने का और गाने सुनने को भी कहा लेकिन कोई प्रॉमिस जैसा नहीं।उसी दिन उसने बताया कि उसका hometown गोरखपुर है जोकि मेरे घर से 120 km है।फिर मैंने कहा तुम तो मेबहुत करीबी निकली मेरे शहर के और शायद अब .....

शायद हर आदमी की दो दुनिया होती है,मैंने कही पढ़ा था। एक दुनिया में आप दोनों रहते हैं और दूसरी दुनिया में बाकी के सारे लोग। हमें यह भी लगता है कि जो कुछ हम फील कर रहे हैं, ऐसा पहले ना किसी ने किया था, ना कोई कभी करेगा। ‘ना भूतो ना भविष्यति’ वाली फीलिंग हमें आती जरूर है पर बाद में जब हम इन सबसे गुजर के कोसों दूर जा चुके होते हैं तो समझ आता है कि मिडिल क्लास इंडियन लड़के लड़कियों की ज्यादातर कहानियों का प्लॉट भी लगभग एक जैसा ही होता है। इन सब समझदारी की बातों को दरकिनार करते हुए, यह मैं कह सकता हूँ कि हर किसी का पहला एहसास सिर्फ उसी का होता है। और वो एहसास, जिंदगी भर मन में उतनी ही सिहरन पैदा करने की क्षमता रखता है, जैसे सब कुछ पहली बार हो रहा था

बातों ही बातों में हम किसी को कब पसंद करना सुरु कर देते है,पता ही नही चलता है ,बिना ये सोचे समझे जाने बगैर की सामने वाला सख्स हमारे बारे में कैसी सोच रखता होगा। अगर किसी ने हमसे comfort zone सेबाहर निकल के बात करले।अकसर मेरे उम्र के हर लड़के लड़कियो में ऐसा जरूर होता होगा। ये हम सबकी फितरत बन जाती है, हम सब उन बातों का मतलब दोस्ती प्यार ,या महज एक जान पहचान जैसे मामूली बात ही हो।हम उससे बातचीत करने में लिए बेचैन हो जाते है।
Chapter6
हम रोज बहुतबाते करने लगे थे, रोज लगभग 200-250 मेसज एक्सचेंज करते थे।मुझे अब उससे बात करने की आदत हो गयी थी।जिसदिन कुछ कम बात हो, उस दिन अच्छा नही लगता था।अचानक एक दिन सेउसके मेसेज आने बंद हो गए। अचानक ऐसे किसी का गायब होना हमे दुख देता है।उससे बिना बात के 3 दिन हो गए थे।मैं दिन में कई बार check करता की जैसे ऑनलाइन आये तुरंत मेसज करुँगालेकिन कुछ फायदा नही हुआ।
मैं पता नही क्या क्या सोचमे लगा था।मैंने उसे अपने पुराने relatinoship के बारे में बता दिया था।सब कुछ क्लेर था फिर क्या हो गया।
कई दिनों बाद उसका मेसज आया कि कुछ दिनों से उसके boyfrnd से अच्छा नही चला रहा था। उसने ब्रेकअप कर लिया है।इसलिए अपसेट थी । एक बार मेरा भी ब्रेकुअप हो चुका था,मुझे इसका दर्द मालूम था।आसान नही होता है जब ख़ास रिश्ता बन जाये हमे उसकि आदत हो जाये ।फिर उसका रूठ के चले जाना। लेकिन इन सबसे उबरने की ताकत हम सबमें होती है।
इसी कारण वो मुझसे बात नहीं कर पाई।मैंने कहा कोई बात नही।उस दिन मैंने उसका मोबाइल no.मांग लिया.ये सोचकर जब कॉल पे बात करेंगे तो वो शायद इस उसे कुछ राहत मिले। लेकिनउसने कहा किसी तरह के रॉंग सेंस में मत लेऔर कभी कुछ ऐसी वैसी हरकत नही करूँगा कि ,उसे मुझे ब्लॉक करना पड़े।मैंने भी प्रॉमिस किया। बाद में उसे कॉल करने के लिए मुझे सेप्टेम्बर से दिसंबर लग गए।
Chapter7

अब हमारी बाते whuatsup पर सुरु हो गयी थी। बातें बिल्कुल सामान्य थी।जिसका वास्तविक मतलब हम दोनों जानते थे।कोई तीसरा पढ़ता तो उसे लगता है कि हमारे बीच कोई खिचड़ी धीमी आंच पर पक रही है। एक दिन उसने facebbok से मेरी एक फोटो का scrrenshot भेजा कहा की आप इसमें काफी अच्छे लग रहे है।उस दिन मुझे सबसे ज्यादा ख़ुसी हुई थी,जैसे हर लड़के को ख़ुसी होती ख़ासकर जब कोई लड़की आपकी तारीफ करती है। उस दिन मुझे कुछ कुछ फील हो रहा था।
मै खुद से ही बातें करने लगा।
उस दिन मैंने तुम्ही पहली बार सबसे ज्यादा पसंद किया था। मुझे लगा इस तरह से तुमने कोई संकेत दिया हुआ। मुझे पहली बार लगा था शायद तुम्हारेमन मे भी कोइख़्याल मेरा जैसा ही आया हो।
अब तक हमदोनो ने एक दूसरे को इतना जान लिया था कि जितना किसी को पसंद करने के लिए ,किसी को चाहने केलिए बहुत होता है।इस बात को लेकर मेरा विसवास थोड़ा और बढ़ गया जब तुमने शायद पहली बार कोई इनसिक्योरिटी feel करते हुए ,मेरी सबसे अच्छी दोस्त केसाथ वाली फ़ोटो का स्क्रीनशॉट भेज कर पूछा था कि ये लड़की कोंन है जो अक्सर आप के साथ हर जगह दिखती है।उसकी ये बातमेरी आत्मा को इस कदर छू गयी थी कि शरीर वाला प्रेम बहुत छोटा पड़
गया था।कहीं ना कहीं हम दोनों को इंतजार रहता कि हम एक दूसरे से दिल का हाल बयान कर दें। हालाँकि, मैं इस डर से अपने को हमेशा रोक लेता कि अगर उसने ना कर दिया तो मैं बेसहारा-सा ना महसूस करूँ।
मैंने उस दिन पहली बार तुम्हारे सवाल में मेरे लिए एक फिक्र देखा था।उस दिन मुझे यकीन हो गया था तुम भी मुझे पसंद करती हो चाहे थोड़ा सा ही।लेकिन मैंने तुमसे इसमामले कभी कुछ बात नही की।कभी कभी कुछ चीजें ऐसे चलती रहने चाइए।उनमे कोई सवाल उठाकर उसको complicate नही करना चाइए। मुझे तुमसे बात करने में सबकुछ मिल रहा था।कभी कभी ऐसा होना चाहिए हम जिससे बात करते है ,जिसमे घुल जाते है ,उससे किसी रिश्ते कि आशा करना जरूरी होता है, लेकिन सही समय पर उसके लिए आगे बढ़ना सबसे बड़ी समझदारी होती है। मुझे लगता था जब सही समय आएगा तो इस तरह की बात की जाएगी।

Chapter8
आखिर 31 दिसंबर के दिन आ गया था,मैंने सोचा आज अच्छा दिन है आज रात मे नये साल की शुभकामनाएं देने के लिए कॉल करुंगा।पूरे होस्टल में जश्न का माहौल फैला था।dj के गानों और शराब के खुमार में लोगों के पांव रुक नहीं रहे थे।उसी माहौल में मैंने भी पी लिया।रात के ठीक बारह बजे मुझे ख्याल की तुम्हे wish करना चाइए।मैं नशे में था जरूर लेकिन मेरे सेंस इतना। काम कर रहे थे कि जिस लड़की से मैं तीन मेहीनो से बात कर रहा उसे पहली बार काल करने के लिए मुझे 10 minute सोचने में लगा।मैंने कॉल कर ही दिया।उधर से तुमने receive की जरूरी शुभकामनाएं दीं और पता नही क्या क्या बातें की।अगले दिन मेरे दोस्त ने बताया तुमने किसी लडक़ी को कॉल किया था और बस बस बोलते जा रहे थे।मैंने तुरंत अपना मोबाइल चेक किया। oh my god मैंने जोर से चिलयाया।और तुम्हे एक apology type मेसज किया कि कहीं कुछ अनाप शनाप तो नही बक दिया हो तो मुझे माफ़ कर देना।उसने कहा -मुझे मालूम था ये जरूर आएगा।साथ मे ये भी बताया कि मैं बस बोलते जा रहा था।और मैं सुनती जा रही थी।लेकिन मेरा उससे इस तरह बात करना अच्छा लगा।
मैंने राहत की सांसली।उस दिन एक अच्छी बॉन्डिंग होने की महक आने लगी थी।एक दिन मैने पूछा -मैं तुम्हे काल कर सकता हु उसने कहा है हां कर लीजिएगा।उस रात हमने बहुत बबाते की,अपने बारे में कम दुनियादारी में ज्यादा। अब धीरे धीरे उससे कॉल पे बाते होने लगी थी।मैं हमेशा उससे पूछ के ही कॉल करता था।मेरे 2nd yaer का exam आने वाला था मैं थोड़ा busy हो गया था लेकिन काम भर की बाते हो जाया करती थी।और उसका bunk खत्म होने वाला था। वो भी जल्दी ही घर से अपने कॉलेज याद सहर जाएगी।
Chapter9
एक दिन सुबह 5 बजे के आसपास जिस रात वो अपने कॉलेज जा रही थी , बताया कि जिस train से वो जाती है वो ट्रैन झाँसी रात में लगभग 2 बजे के आसपास15 मिनट रुकती है।
‌मैंने कहा तुम अब बता रही हों, उसने कहा आप स्टेशन आने वाले थे क्या?.मैंने कहा तुम चाहती तो आ जाता ।उसने हँसते हुए कहा फिर कभी। मुझे उसके फिर कभी का इंतजार बेसब्री से होने लगा शायद पहली मुलाकात हो जाये ।अगली बार उसके whstsup status से पता चला कि वो घर गयी लेकिन मुझे बताया नही।उसने कहा इतनी जल्दी में आना हुआ कि भूल गयी। लेकिन उसने अगली बार पक्का मिलकर जाने का प्रॉमिस किया।
इशी बीच किन्ही कारणों से मेरा एग्जाम कैंसल होगा गया था।सारे लोग घर चले गए थे, मैं वही होस्टल में रुकने का प्लान बनाया और सोचा आसपास घूम भी लूंगा।एक दिन मैने उसे बताया तुमहारे सहर से मैं होते हुए घूमने जा रहा हु। तुम चाहो तो साथ आसपास कही घूम सकते ।उसने कहा नही बिजी है।मैंने उस दिन कॉल भी किया था पर बात हो नही पायी। मैं भी घूम टहल के होली की छुट्टी बिताने घर चला आया।
हमारी नार्मल बात हो रही थी।फिर मैंने धीरे धीरे नोटिस किया उसने मेरे मैसेज इग्नोर करना सुरु कर दिया।मेरे मेसज का रिप्लाई ऑनलाइन होंकर भी देर से करने लगी , कह सकते है
फिर बातचीत बंद होने के कगार पर आगयी थी। मुझे नही पता मैंने कोई गलती की है।आखिर
मैंने एक दिन उससे पूछा कि नाराज हो, मुझसे कोई गलती हो गयी तो बताओ ।
उसने कहा -ये कॉल करना, ये स्टेशन पर मिलना।ये साथ घूमना कुछ ज्यादा हो रहा है
मैंने कहा ये सब मैंने तुमसे पूछा है ।इसमें तुमहारी भी स्वीकृति है।और इतने दिनों से बातचीत हो रही है इतना तोपूछना बनता है।मैंने कहा जाने अनजाने में कोई ग़लती हो गयी हो तो i am sorry ।
उसने कहा-never mind
फिर कुछ औपचारिक बातें हुई।
मैंने कही पढ़ा था हर अच्छे समय का अंत होता है।
शायद ये वही समय था।मुझे उस रात जाने किस बात का guilt हो रहा था। उस दिन से हमारी बातों में एक pause आ गया था। लेकिन अभी भी कभी कभी कुछ बाते हो जाया करती है।अभी पहले जैसे शायद कुछ बचा रह गया हो/ लेकिन मुझे कही न कही कुछ अच्छा नहि लग रहा था/ ,ऐसा लग रहा था जैसे कोई लड़ाई बिना लड़े ही हार गया हूँ।
दुःख इंसान को छोटी-मोटी हार का होता है, बड़ी बाजी हारने के बाद आदमी दुखी कम होता है और दार्शनिक ज्यादा हो जाता है।
उस दिन एक गाना रातभर बजता रहा-
चलो एक बार फिर से
अजनबी बन जाएं हम दोनों
न मैं तुमसे कोई उम्मीद रखूँ
दिलनवाज़ी की
न तुम मेरी तरफ़ देखो
गलत अंदाज़ नज़रों से
न मेरे दिल की धड़कन लड़खड़ाये
तेरी बातों से
न ज़ाहिर हो तुम्हारी
कश्मकश का राज़ नज़रों से
चलो इक बार फिर से
अजनबी बन जाएं हम दोनों

बस इतनी सी थी ये कहानी....

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