One message story is over....part-1 books and stories free download online pdf in Hindi

एक मेसेज कहानी ख़त्म - 1

एक मेसेेज कहानी ख़त्म - भाग-1

@prit_ki_lines
असल जिन्दगी की यह ऐसी कहानी है,छोटे से शहर से भाग कर महानगरी मुंबई की, यहां रहने वाले पति-पत्नी खुशाल जिंदगी जी रहे थे, लेकिन कुछ महीनों बाद पति के मोबाईल एक मेसेज के आने के बाद सब कुछ बिखरा जाता हे .
मुम्बई के कॉलेज में इस प्रेम कहानी की शुरुआत हुई, श्रेया और सुभम वहीँ मिले, बातचीत हुई, इसके बाद धीरे-धीरे फोन पर बातें होने लगीं और बातें प्यार में बदल गईं,कॉलेज,बहार गुमाना हर वक्त साथे में पल बिताने लगे.फिर एक दिन घरवालोने श्रेया के लिए एक लड़का देखा,एक दिन मातापिताने श्रेया को कहा लकड़ा देखेने जाना हे,
उस रात श्रेयाने माता पिता कह दिया की में मुजे कोई भी लड़का नहीं देखना हे,और मुझे कोई शादी बाड़ी नहीं करनी हे, और श्रेयाने अपने माता पिता कह दिया की में सुभम से प्यार करती हु. शादी करुँगी तो सिर्फ सुभम से और किसी के साथ नहीं,उस दिन श्रेया के पिता को बहुत सारा ग़ुस्सा आया गया.उसके बाद श्रेया की खूब पिटाई हुई,फिर उसको एक रूम में बंद कर दिया,पिताने श्रेया से कह दिया की शादी होगी तेरी जो हमे पसंद हे उसी से होगी, श्रेया की माता को भी खूब डाट पड़ी पिता ने कहा माता को तूने ही बिगाड़ दी हे.श्रेया का मोबाईल भी ले लिया और कॉलेज और घर से बहार निकलना भी बंध कर दिया था.श्रेया पूरी रात रो रही थी,

फिर थोड़े दिनों के बाद श्रेया पर किसी से बात नहीं कर रही थी, बाद में श्रेया के पिताने जो लड़का देखा था उकसा नाम था आलोक, जब श्रेया को देखने के लिए आलोक आया था,तब श्रेया ने देखने को मना कर दिया था,फिर भी पापा ने बहुत डाटा तभी आलोक को देखने के लिए गई थी, उस बाद आलोक चले जाने के बाद पिताने श्रेया को खूब समजाया की लड़का बहुत पढ़ा लिखा हे.और आलोक केनेडा में अच्छी जॉब करता हे.
तुम भी शादी के बाद केनेडा में सेट हो जावोगी, और आलोक के मातापिता भी अच्छे हे तुम्हे ऐसा लड़का नहीं मिलेगा,पिता ने श्रेया से कहा की में तुम्हरा भला चाहता हु तुम्हे दुखी करना नहीं चाहता,,फिर भी श्रेया ने पापा की कोई भी बात नहीं सुनी और कहे दिया की में सिर्फ और सिर्फ शुभम से शादी करूंगी,
आलोक को वापिस केनेडा जाना था तो श्रेया के पिता जल्द ही शादी करने का फैसला कर लिया था,उस के बाद पिताने श्रेया को मोबाईल दिया और कहा की आलोक से बात करो और जो कुछ पहले था वो सब भूल जावो,और हां आलोक को कुछ भी सुभम के बारे में नहीं बताना,
जैसे ही श्रेया को मोबाईल मिला कि शुभम को फोन किया और रोते रोते सारी बाते बताई और कहा की पापा किसी और के साथ जल्द ही शादी करवा देंगे, में तुम्हारे बिना नहीं रह पावुंगी, शुभम,तुम कुछ करो, नहीं तो मेरी शादी हो जाएगी,शुभम ने कहा पहले चुप हो जावो,फिर श्रेयाने शुभम से कहा की चलो भाग कर शादी करने का फैसला किया,

एक दिन श्रेया के पिता घर पर नहीं थे तब माता अकेली थी,उस समय पे श्रेया ने माता को कहा कुछ काम हे जल्दी ही आ जावुगी केह कर घर से बहार निकली और शुभम ने बताया था वैसे ही उसे के साथ श्रेया भाग गई .और शुभमने पेहलसे दोस्तों से बात कर ली थी, मुंबई में चुपचाप दोस्तों की मदद से एक मंदिर में श्रेया और शुभमने शादी कर ली,वही कोर्ट में रजिस्टर भी करा लिया,इसके बाद घरवालों खूब ढूंढा पर दोनों कहि मिले नहीं,
शुभम के दोस्तों ने मुंबई एक फ्लेट ले लिया था वही रहने गले.श्रेया और शुभम अच्छा पढ़े लिखे थे इस लिए शुभम थोड़े दिनों के बाद मुबंई में ही अच्छी कम्पनीमे मैनेजर की जॉब भी मिल गई थी,शुभम को जॉब मिलते ही श्रेया खुश और सब कुछ अच्छा चल रहा था.दोनों के बिच में झगड़े से ज्यादा प्र्यार बहुत था क्युकी दोनो एक दुषरे समझते थे.

कई महीने गुजर गए,फिर एक दिन शुभम की कंपनीने गेट टू गेघर की छोटी सी पार्टी थी, वहा शुभम और श्रेया भी गए थे, शुभमने सभी कपंनीके एप्लॉयर्स से श्रेया को मिलवाया था. पार्टी में शुभम को देख के श्रेया खूब खुश थी,पार्टी में सब कुछ ठीक चल रहा था.तभी एक खूबसूरत दिकने वाली स्वरूवान युवती की एंट्री होती हे,वो कोन हे? वो पार्टी में क्यों आई? शुभम वो जानती हे ? क्या शुभम और श्रेया रिश्ते में दरार कैसे आई? एक मेसेज से क्या हुआ होगा? पढ़ते रहे.....



अन्य रसप्रद विकल्प