अनजान रीश्ता - 30 Heena katariya द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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अनजान रीश्ता - 30

सेम पारुल को उसके घर छोड़कर अपने घर की ओर ड्राइव कर रहा होता है । तभी वह खिड़की के बहार अंधेरी रात में चमक रही चांदनी को देख रहा था । ना चाहते हुए भी उसे पारुल को खोने का डर है। वो अच्छी तरह से जानता है कि पारुल सिर्फ उसे दोस्त की नजरो से ही देखती हैं । पर उसका दिल पता नहीं क्यों मानने को तैयार ही नही । वह ऐसे ही वह सारे पल उसके सामने आते है जो उसने ओर पारुल ने साथ में बिताए थे और उसके चहेरे पे एक मुस्कान आ जाती हैं । वह जैसे अपने खयालों से बहार आता है तो देखता है कि उसकी सामने से एक पप्पी जा रहा था। वह जोर से कार को ब्रेक लगाता है कि तभी एक लड़की उस पप्पी को बचा लेती हैं । तभी सेम जल्दी से कार से बहार निकलता है । और देखता हैं कि वह लड़की आंखे बंद करके खड़ी थी । सेम उसकी ओर पप्पी की ओर देख रहा था । उसे हंसी भी आ रही थी क्योंकि वो जितना डरी हूई थी उसके चहेरे से साफ साफ दिखाई दे रहा था । तभी सेम की ओर वो लड़की आंखे खोल के देखती है तभी सेम को उसे कहता है ।


सेम: आर यू ओके?


लड़की: ( सेम की ओर देखते हुए ) या आई एम । गाड़ी धीरे चलाने पे कोई टैक्स नहीं लगता । सो नेक्स्ट टाइम बी केरफुल । ( यह कहते हुए वह जाने लगती हैं )


सेम: ( लड़की की ओर देखते हुए) वेंट तुम्हे मुझ पर गुस्सा नहीं आ रहा ?


लड़की: ( पप्पी को रोड के साइड में छोड़ देती है ) गुस्सा? क्यों?


सेम: मतलब की मेरी लापरवाही की वजह से पप्पी की जान जा सकती थी या तुम्हे चोट लग जाती तो नॉर्मल बात है तुम्हे गुस्सा आना चाहिए।


लड़की: ( सेम की ओर मुस्कुराते हुए ) पहली बात तुमने जान बूझकर ये नहीं किया अगर ऐसा होता तो तुम यूं अफसोस ना करते । और दूसरी बात तुम्हारे ऐसे सोच में डूबे रहने के पीछे कोई ना कोई ना वजह होगी । तो सेम इतना मत सोचो आगे ध्यान रखना ।


सेम: ( मुस्कुराते हुए) हा बात तो सही है तुम्हारी में सचमे कुछ इंपोर्टेड इंसान के बारे में सोच रहा था । पर ( तभी सेम को समझ आता है कि वह उसका नाम जानती है ) एक मिनिट तुम्हे मेरे नाम कैसे पता ? ( अंधेरे में लड़की का चेहरा देखने की कोशिश करता है )।


लड़की: ( मुस्कुराते हुए ) हम्म इंपोर्टेड मतलब पारुल राइट?


सेम: ( उस लड़की की ओर आश्चर्य में देखते हुए ) हो कौन यार तुम और मुझे ओर पारुल को कैसे जानती हो ?


लड़की: ( सेम की ओर देखते हुए ) सीरियसली? अभी तक नहीं पहचाना मुझे ? आई मस्ट सेय तुम्हे पारुल के अलावा ओर कोई नहीं दिखता (हंसते हुए) हाहाहाहा!!!


सेम: ( सेम लड़की की ओर नजदीक जाते हुए उसका चेहरा देखने की कोशिश करता है ) क्या मै तुम्हे जानता हूं? या पारो जानती है तुम्हे?


लड़की: ( सेम की ओर मुस्कुराते हुए ) अनबिलिवेबल!! खैर छोड़ो लेट मी इंट्रडयुल माय सेल्फ। ( सेम की ओर हाथ बढ़ते हुए )हाय आई एम् नैना पारुल की फ्रेंड।


सेम: ( सोचते हुए) नैना!!! नैना!!! ओह माय गॉड नैना पारुल की क्लोज फ्रेंड राइट?।


नैना: राइट।


सेम: ( नैना की ओर देखते हुए ) सोरी मैने तुम्हे पहचाना नहीं।


नैना: ( मुस्कुराते हुए) कोई नहीं मुझे पता है कि तुम्हारी नज़रे सिर्फ पारुल को देखने के लिए ढूंढ़ती है । तो ये नई बात नहीं है कि तुम किसी ओर लड़की को जानते नहीं।


सेम: ( मुस्कुराते हुए अपनी गाल पर को लाली को छुपाने की कोशिश करता है । अपनी गरदन पे हाथ फेरते हुए वो शर्म को छुपाने की कोशिश करता है ) हहाहहाहाहहा तुम्हे कैसे पता चला ? मतलब की मैंने तो सबके सामने उसे प्रपोज भी नी किया तो ?


नैना: ( सेम की ओर मुस्कुराते हुए आश्चर्य में देखते हुए ) वेल ये जो तुम्हारी आंखे है वो तुम्हारे लफ्जो से ज्यादा बाते ब्यान करती हैं । तो समीर रायचंद सीधी से बात है मै क्या पूरा केमपस जानता है कि तुम उसे पागलों की तरह प्यार करते हो ।


सेम: ( पारुल को प्यार करता है ये बात सुनकर उसके चहेरे पे एक मुस्कुराहट आ जाती हैं पर फिर पारुल उससे प्यार नहीं करती ये बात सोचकर उसकी मुस्कुराहट एक दर्द भरी मुस्कुराहट में बदल जाती हैं ) हा शायद तुम सही हो । पर तुम यहां इतनी रात को क्या कर रही हो ? तुम्हारी लाईफ है पर ये रास्ता बिल्कुल सुनसान है ( आस पास देखते हुए ) ।


नैना: ( रास्ते के साइड के कॉर्नर पर बैठते हुए ) कभी कभी हमारे बस में नहीं होता की हम कहा जा रहे है । इसी तरह बस यहां में भी आ पहुंची । पर शुक्रिया ( मुस्कुराते हुए रोड पर से जाते हुए कार को देखते हुए )


सेम: ( नैना की ओर देखते हुए उसके पास बैठते हुए कहता है । चांद की और देखते हुए। ) सही है । कभी कभी कुछ मंजिले इतनी दूर होती हैं की चाह कर भी उसे नहीं पा सकते । और दर्द तो तब होता है जब उसे तुम पूरी शिद्दत से चाहते हो फिर भी तुम उसे पा नहीं सकते । ( सेम की आंखो में एक दर्द जलक रहा था )


नैना: ( सेम की ओर देखते हुए ) क्या मतलब ? तुम किस बारे में बात कर रहे हो ?


सेम: ( चांद की ओर देखते हुए उंगली करते हुए) वो देखो उस चांद को देखो कितना तन्हा है । इतनी रोशनी है फिर भी अकेला वहीं चमक बिखेर रहा है पर उसके पीछे जो अंधेरा है । वो शायद ही कोई देखता है ।


नैना: ( चांद की ओर देखते हुए ) कभी कभी हम जो चाहते है वो हम सब कुछ नहीं पा सकते । कभी कभी कुछ सफ़र की मंज़िल नहीं होती । सिर्फ यादों पर हमारा हक होता है या तो जो पल हम जी रहे हैं उन पर ।


सेम: ( नैना की ओर देखते हुए दर्द को छुपाते हुए मुस्कुराते हुए ) हम्म!!! लेकिन वो यादे फिर दर्द में बदल जाए तब सांस लेना मुश्किल हो जाता है । और पल एक भयानक डर में तब्दील हो जाते हैं ।


नैना: ( मुस्कुराते हुए ) बिल्कुल नहीं जब तक तुम उसे खोने का डर ना हो । तुम्हे खोने का डर तभी होता जब तुम उसे पाने की उम्मीद रखो । जब तुम सिर्फ उसे इसी पल में कैद कर लो तो खोने का डर ही नहीं रहता ।


सेम: ( नैना की ओर मुस्कुराते हुए ) हम्म!!


नैना: तो ?


सेम: तो? क्या?


नैना: ( सेम की ओर देखते हुए ) जानती हूं मै तुम पारुल के बारे मै बात कर रहे हो । ( मुस्कुराते हुए )
सेम: ( आश्चर्य से नैना की ओर देखते हुए ) .... हमम!!!
नैना: ( सेम की ओर देखते हुए ) सब जानती हूं मै तुम्हारी ओर पारुल की फीलींग । बस इतना ही कहूंगी बस प्यार करो पाने की उम्मीद किए बिना । दर्द कम होगा ।
सेम: ( आंखे बंद करते हुए आंसू को छिपाने की कोशिश करता है । पर ना चाहते हुए भी आंख से आंसू बहने लगते हैं । वह आंसू को पोछते हुए वह कार को आते जाते देखते हुए कहता है। ) इट्स हार्ड !!! इट्स रियली हर्टिंग हयर। ( अपने दिल की ओर इशारा करते हुए ) ।
नैना: ( मुस्कुराते हुए ) हमम!! ज्यादा कुछ नहीं कहूंगी पर कुछ रीश्ते को अपना बनाने से अच्छा है । जितना टाइम है उत्तना टाइम उसे दिल के करीब रख लो । आगे उस चांद की तरह रोशनी फैलाते रहो बस ।

सेम आंसमा की ओर देखते हुए उसकी आंखो में आंसू पानी की तरह बह रहे थे मानो उसके दिल जैसे नैना खोल के रख दिया था । वह कुछ भी बोलने की हालत में नहीं था । बस ये खामोशी उसका हाल बयान कर रहा था । बस फिर वह आंसू को पोछते हुए नैना की ओर मुस्कुराते हुए। उसे थैंक्यू कहते हुए उसे कहता है कि वह उसे कहता है कि वह उसे घर छोड़ देगा। तभी नैना उसे मना करती हैं पर फिर भी सेम उसे कहता है कि इतनी रात को अकेले नहीं जाने दे सकता । तो फिर सेम को थैंक यूं कहते हुए सेम की कार में बैठती हैं । और सेम दरवाजा बंद करते हुए वह खुद भी कार बैठते हुए ड्राविंग स्टार्ट करता है । वह नैना से बात पारुल के बारे में बात करके उसका दिल काफी अच्छा महसूस कर रहा था ।