ये इश्क नहीं आसान - 2 Sohail K Saifi द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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ये इश्क नहीं आसान - 2

ये तो साफ था के नील को रामा अनुज ने ही चुना था।
जिसका सीधा सा अर्थ ये था कि जिस योजना का डर परिणीता को हो रहा है।
असल में उस डर के कारण वो उस योजना में फंस गई।

दो हफ्ते बाद परिणीता नील से कोट मैरिज कर एक फार्म हाउस में हनीमून मनाने के लिए नील के साथ आ गई।
रामा अनुज ने भी इस विवाह के विरुद्ध काफी सख्ती करने का ढोंग किया। ताकि परिणीता को इसका शक ना हो। अब शादी होने के बाद उनकी योजना का अंतिम भाग शुरू होता है। जिसके अनुसार नील और रामा मिल कर पूरे फार्म हाउस को जला कर उसके अंदर परिणीता को मार देंगे। और इस सारी घटना को दुर्घटना बना कर परिणीता की सारी संपत्ति आधी आधी कर लेंगे।

जब रामा अनुज और नील ने परिणीता को फार्म हाउस के एक रूम में लॉक किया तो रामा अनुज ने परिणीता को एक और राज बताया कि उसके पिता की मौत कोई दुर्घटना नहीं थी बल्कि उसके और उसकी माँ के हाथों हुई थी। बाद में हम दोनों ने मिल कर वो सब एक हादसा दिखाया जैसे आज तेरे लिए करूँगा, यही नहीं तेरी माँ को भी धीरे धीरे ज़हर देकर मैंने ही बीमार किया था ताकि वो भी मर जाये और सारी दौलत मेरी हो जाए, लेकिन उसको मुझपर शक हो गया था इसलिए गुप्त रूप से उसने ऐसी वसीयत बनाई। के मैं कभी वो दौलत ना पा सकूँ, लेकिन आज मेरी सालो की मेहनत पूरी हुई और अब तू मारेगी।
अब रामा अनुज उस फार्म हाउस को जलाने के लिए तैयार होता है। तभी उसके सर पर कोई जोरदार वार कर उसको बेहोश कर देता है। और जब उसको होश आता है। तो वो खुद को एक हॉस्पिटल में हथकड़ी से बंधा पाता है।
वो समझ नहीं पाता कि उसके साथ क्या हो रहा है। के तभी उसके पास नील और परिणीता एक दूसरे का हाथ पकड़े वहाँ पर आ जाते है। और परिणीता उसको बोलती है। ये योजना तुम्हारी नहीं मेरी थी। अपनी माँ की मौत पर शक तो था मुझे मगर कैसे साबित करूँ ये नहीं जानती थी तभी मेरी मुलाकात नील से हुई। पहले तो निल तुम्हारी साजिश का हिस्सा था पर धीरे धीरे उसको भी मुझसे प्यार होने लगा। और एक दिन उसने मुझे सब कुछ बता दिया। फिर उसके बाद हमने एक योजना बनाई जिसके अनुसार उस फार्म हाउस के आस पास कैमरे और माइक लगवा कर तुम्हें मेरी हत्या करने की कोशिश करते हुए रेकॉर्ड करना था और एंड मोके पर निल के आ जाने से मेरी जान बचाने का रेकॉर्ड करना था ताकि तुम्हें जेल भेजा जा सकें। पर सोने पर सुहागा ये हुआ कि तुमने अपनी जबान से ही अपना सारा अपराध कबूल कर लिया। और अब तुम्हें उम्र कैद से कोई नहीं बचा सकता।
इतना बोल नील और परिणीता वहाँ से चले जाते है। और रामा इस साजिश को सुन कर गुस्से से चिल्ला चिल्ला कर दोनों को मारने की धमकी देता है। जैसे वो पागल हो गया हो।

वही दूसरी ओर निल जब अपने दोस्त विवेक के साथ बैठा बातें कर रहा होता है।

विवेक " अच्छा हुआ जो तुम्हें तुम्हारा सच्चा प्यार मिल गया। लेकिन तुम्हारा इन सब में नुकसान बहुत हुआ है। क्योंकि रामा का साथ दे कर तुम्हें आधी प्रोपर्टी मिलनी थी पर अब सारी जायदाद परिणीता की है। तुम्हारे पास कुछ नहीं।


नील विवेक को रहस्यमय मुस्कान दिखा कर बोलता है।

" रामा का साथ दे कर में सिर्फ आधी जायदाद का मालिक होता। मगर अब अगर किसी हादसे में परिणीता की मौत हो जाये या उसका मानसिक संतुलन बिगड़ जाए तो उसकी सारी जायदाद का मालिक मैं अकेला बनूँगा।

विवेक चोंक कर बोला " इसका मतलब तुम्हारा शुरू से ही कुछ और प्लान था।

और दोनों जोर से हंसते हुए एक दूसरे को देखते जाते है।
तभी विवेक के मन मे भी थोड़ा लालच आ जाता है। और वो नील को बाद में कुछ हिस्सा देने की मांग कर के इस तरीके से बोल देता है। जैसे नील को धमकी दे रहा हो।
नील को उसकी ये बात खटक जाती है। और मुस्कुराते हुए वहाँ से खड़ा होता है और पास में पड़ी एक रस्सी का टुकड़ा उठा कर विवेक का गला घोंट कर उस को मौत की नींद सुला देता है।
नील को नही पसन्द कोई उसके पैसों पर गंदी नज़र डालें, इतना बोल कर नील राक्षसी हँसी हसने लगा।