अनजान रीश्ता - 22 Heena katariya द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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अनजान रीश्ता - 22

पारुल और सेम दोनों ही लंच करने के बाद ऐसे ही रूम में बैठे हुए थे तभी सेम पारुल से कहता है कि मूवी देखे तो पारुल कहती है की हां क्यों नही तभी सेम डरावनी मूवी ऑन करता है है यह देखकर पारुल कुछ कहती नही और सेम के साथ सोफे पर बैठती हैं तभी सेम मूवी को रोक देता है जिससे पारुल कहती हैं

पारुल : क्या हुआ मूवी क्यों रोक दी?
सेम : वो वो.… पॉपकॉर्न बिना पॉपकॉर्न के मूवी देखने में क्या मजा आएगा
पारुल : ओकेय....
सेम : तुम्हें और कुछ चाहिए मैं पॉपकॉर्न मंगवा रहा हूं
पारुल : अम्म...नहीं
सेम : ओके धेन..
( सेम पॉपकॉर्न और कुछ नाश्ते का ऑर्डर देता हैं तभी थोडी देर बाद नाश्ता रूम में आ जाता है जिसे सेम टेबल पर रख कर फिर से मूवी स्टार्ट करता है )

सेम : तो पारो अगर डर लगे तो मैं हूं यहां
पारुल : हां वह तो देखते हैं कौन डरता है
सेम : क्या मतलब?
पारुल : मतलब की है जो मूवी अभी जो ये मूवी शुरू हो रही है इस साल की सबसे डरावनी मूवी और तुमने वही मूवी क्यों पसंद की...
सेम : बात ऐसी है ना पारो अगर किसी काम में ज्यादा रीस्क ना हो तो उसे करने में मजा नहीं आता वैसे ही अगर मूवी डरावनी ना हो तो मजा नहीं आता
पारुल : आहहाहाआहा.... वाव मिस्टर समीर रायचंद क्या बात है अब मूवी की ओर ध्यान दें बेहतर होगा
सेम : लेकिन अगर तुम्हें डर लगे तो तुम मेरे थोड़े और पास आकर बैठ सकती हो या मुझे हग भी कर सकती हो आई डोंट माइंड ( पारुल की ओर विंक करते हुए )
पारुल : नो थैंक्स...
सेम : वेल एज यू विश... ( पारुल को पॉपकॉर्न देते हुए ) बट तुम एक सुनहरा अवसर गवा रही हो...
पारुल : ( पॉपकॉर्न लेते हुए ) थैंक्यू ..
सेम : ( पॉपकॉर्न का दूसरा बाउल लेते हुए ) लाइट्स ऑफ ( और सारी लाइट्स ऑफ हो जाती हैं )
पारुल : ( अंधेरे के वजह से थोडी डर जाती हैं ) लाइट क्यों ऑफ की हम ऐसे भी तो मूवी देख सकते थे ..
सेम : ( मुस्कुराते हुए ) पारो अंधेरे में ही मूवी का मजा आता है मूवी पर ध्यान दो स्टार्ट होने वाली है...

पारुल सेम से कुछ नहीं कहती और पॉपकॉर्न खाते हुए मूवी देख रही थी तभी सेम भी अपने बाउल में से पॉपकॉर्न खा रहा था जैसे ही मूवी में एक डरावना सीन आने वाला होता है जिससे पारुल पॉपकॉर्न खाना छोड़ देती है तभी सेम पारुल के कंधे पर हाथ रखता है जिससे पारुल चीख पड़ती है यह देख कर सैम जोर जोर से हंस रहा होता है और पारुल गुस्से से उसकी और देख रही होती है पारुल फिर से मूवी की और कोंस्ट्रेट करती है और सेम भी मूवी देख रहा होता है तभी मूवी में एक बहुत ही डरावना सीन आता है जिससे पारुल की धड़कन है तेज हो गई थी जैसे ही भूत अचानक टीवी स्क्रीन पर आया तो पारुल डर गई थी लेकिन सेम की चीख निकल जाती हैं जिससे पारुल आश्चर्य से सेम की ओर देखती है लेकिन कुछ कहती नहीं और मूवी देखने लगती है जैसे ही पारुल मूवी देख ही रही होती है एक डरावना सीन आता है कि फिर से सेम चीख रहा होता है पारुल को हंसी आ रही थी लेकिन वह कंट्रोल करने की कोशिश कर रही होती है जैसे ही एक और डरावना सीन आया कि सेम के हाथ से पॉपकॉर्न का बाउल गिर जाता है यह देखकर पारुल जोर जोर से हंसने लगती हैं जिससे सेम उसकी ओर देखता है एक आइब्रो ऊपर करते हुए फ्रस्ट्रेट होकर पारुल को पूछता है

सेम : इसमें हंसने वाली क्या बात है यह कोई कॉमेडी मूवी तो है नहीं
पारुल : या यू आर राइट कॉमेडी मूवी नहीं है लेकिन यहां जो हो रहा है वह कोमेडी से भी कम नहीं है आहाहाहाआ ......
सेम : मतलब?
पारुल : मतलब यह की मेरी बसंती तुम बिलकुल एक नाजुक फूल की तरह हो पता नहीं क्या होगा तुम्हारा यह दुनिया बड़ी जालिम है रे !..
सेम : ( मूवी को स्टॉप करते हुए ) तुम मेरा मजाक उड़ा रही हो पारो ...
पारुल : आहाहाआहा... अच्छा है तुम्हें पता चल ही गया आखिरकार..
सेम : ( नाराज होते हुए ) इसमें हंसने वाली कौन सी बात थी...
पारुल : आहाहाहाआ....तुमने अपना रिएक्शन देखा था तुम तो मुझसे भी गए गुजरे निकले...
सेम : हां तो उसमें क्याया .. है डरावनी मूवी होगी तो लोगो को डर तो लगेगा ही इसमें कौन सी बड़ी बात है
पारुल : डर लगना अपनी जगह होता है और तुम्हारी तरह चीखना चिल्लाना एक अलग ही बात होती .... वैट ए सेकंड लेट मी गेस तुम्हें हॉरर मूवी से डर लगता है ओह माई गॉड वाव ....
सेम : पारो अगर यह बात किसी को भी गलती से पता चली तो तुम्हारा मर्डर मेरे हाथों से ही होगा .....
पारुल : आहाहाआहा...... वाव सेम रायचंद को पूरी दुनिया में किसी से डर नहीं लगता सिर्फ हॉरर मूवी से आहाआहाहा ...
सेम : पारुल आई स्वेर अगर तुमने हसना बंद नहीं किया तो में...
पारुल : तो तुम क्या हा ...
सेम : तो मैं डर की वजह से किस कर देता हूं...
पारुल : हन!! आ गया ना तू फिर से आवारापन पे लोमड़ी
सेम : वो क्या है ना बैब तुम सामने होती हो तो ये सब बाते जुबां कब बोल देती हैं पता ही नहीं चलता वैसे तो मै भी शरीफ हूं
पारुल : हा हान! वो तो मुझे पता है की तुम कितने शरीफ हो लोमड़ी के बच्चे कहीं के
सेम : बैबी अभी मै लोमड़ी बना ही कहा हूं ( सेम पारुल की ओर जाते हुए )
पारुल : सेम के बच्चे ये क्या कर रहा है दूर जा ..
सेम : ( पारुल के कान में धीरे से कहता है ) तुम्हारे पीछे कोकरूच है ...
पारुल : ( पीछे देखते हुए ) आहह... मम्मी ( सोफे से गीर जाती हैं )
सेम : आहाआहाआहाहहा... ( सोफे पर लेटे हुए जोर जोर से हस रहा होता है )
पारुल : ( गुस्से में ) सेम के बच्चे रुक अभी तू ...

पारुल सेम के पीछे भागती है तभी एक तकिया सेम पारुल ओर फेंकता है जिससे तकिया पारुल के सर में लगता है और पारुल और भी गुस्सा हो जाती है वहीं तकिया सेम की ओर फैकती है जिससे सैम उसे कैच कर लेता है और फिर रूम दरवाजे की ओर जाते हुए पारुल जैसे ही उसे मारने आती है तो सैम उसका हाथ पकड़ कर उसे कहता है की यह था एक छोटा सा सरप्राइज अब मेइन सरप्राइज की बारी है तो तुम फ्रेश हो जाओ तब तक मैं तुम्हारे लिए ड्रेस और मेकअप आर्टिस्ट भेजता हूं और मैं सामने वाले रूम में ही हूं अगर कोई काम हो तो बुला लेना और हां! मैंने दो रूम बुक किए थे लेकिन तुम्हें परेशान करने के लिए ये सब किया था बाय ध वेय मजा तो बहुत आया अब मै जा रहा हूं रेडी होने तब तक तुम भी रेडी हो जाओ यह कहकर वह रूम से जा रहा होता है तभी पारुल को समझ में आता है की सेम ने उसके साथ क्या किया जिससे वह चिल्लाते हुए कहती है कुते कमीने दीमक के कीड़े कहीके आई हेट यू तभी सेम दूसरी और जोर जोर से हंसते हुए कहता है यूं नो वोट बैब यू लव मी सो मच यह कहते हुए रूम का दरवाजा बंद कर देता है