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किस्तो पर गीफ्ट

                            मेरे किरदार
                            नाम-    रेकश
                             उम्र -18 साल
                         माता पिता- किसान
                         एक दोस्त -राहुल
                           छोटी बहने हैं
                            कम बोलता है
               नाम- दिव्या दोस्ते उस डेजी बोलते हैं
                  उम्र -18 साल
           माता पिता- सरकारी नौकरी करते हैं
6 दोस्त- कीर्ति,मनजीत, मनोज, किरण, रूबी, सगीता
                        याद बोलती हैं
                                                                                    यह मेरे दोस्तो कि कहानी हैं ओर पहले प्यार कि कहानी हैं किस्तो पर खरीद गया गिफ्ट कि वजह से उन्होंने की दोस्ती ओर प्यार का किया होता हैं उस कि कहानी है।
मां मेरे नाये कुर्ता पायजामा कैसा लगा रहा हैं मां बोलने लगती हैं उस पहले उसकी बहने बोलती हैं क्या भाईया आप क्लोज मे हो गये आप को पैट स्लेट लेनी थी अब तो शहर में रहना है मा कहती हैं कुर्ता पायजामा भी अच्छा लगा रहा है अब सोना नहीं है हां पापा सोते हैं  सभी सो जाते हैं।
इधर दिव्या अपने दोस्तों के साथ बाहर घुमा रही हैं कल क्लोज जाने हैं जोर से बोलती किरण डेजी धीरे बोलो मैं तो जोर से बोलो गई  रूबी मा का फोन था घर आऐ जो बोला रही हैं दिव्या सभी चलते हैं सभी घर चला जाता हैं।
रेकश आज एक घंटे पहले उठा जाता हैं और तैयार होने लगता है मां बोलती हैं हर बस तो 10 बजे आऐ गई अभी 5 बजे हैं रेकश बहार घूमने चल जाता हैं 2 घंटे बाद आते हैं कहा गये थे घूमने चल गया था अच्छे मैं खेत जा कर आता हु  तुम तैयार हो जाने और सम्मान भी रखा लेने ठीक पापा रेकश आपना सम्मान रखने लगता हैं।
दिव्या 8 बजे गये सोया रहने हैं, क्या पापा  सोने दो पहले दिन क्लोज नही जाने "क्लोज "गुड मॉर्निंग पापा, गुड मॉर्निंग बेटी  मां कहा है किचन  मे मां मैंन तैयार होना है मेरी नयी ड्रेस अलमारी मैं दिव्या तैयार हो कर दोस्तों को फोन करती हैं अपने क्लोज मे मीलते हैं मनजीत डेजी तुम अच्छी लेगा रही हो क्या पहले अच्छी नहीं लगती मेरे कहने का मतलब सभी हस पडते हैं सगीता कहती हैं कलसा लगाऐ कीर्ति बीच में बोलती हैं कलसा तो पुरा साल लगानी है क्लोज देखते हैं रेकश और उसके पापा होस्टल के कमरे मे जाते है कमरे अच्छे हैं एक आवाज आती हैं नमस्कार देखते हैं मेरे नाम राहुल हैं इस कमरे में रहता हूँ मेरे नाम रेकश है मैं चलता हु तुम दोनो बाते करो ठीक हैं पापा आप कीसी कलास मैं  हो B.Ath2 year तुम B.A मैं और कहीं भी बहार जाना हो ताले लगा कर जाने। हू... क्लोज चलते हैं कलास का पर लगती हैं  क्लोज देखते हैं फीर कलास लागे लेना यह तुम्हारी कलास  मैं जाता हूँ । रेकश कलास मे चल जाता हैं कलास मे टीचर सभी का नाम पूछता  है और पढने लगा जाता हैं।
3 मीहन बाद टीचर रेकश, दिव्या तुम दोनों पढने मे अच्छे हो
कल तुम्हारा टेस्ट अच्छे नंबर लेने हैं। मेरे तो अच्छे नबर आऐ गया रेकश कुछ नहीं बोलता घटीं बजाती हैं कलास खत्म हो जाती हैं।
अगले दिन बरसात हो रही हैं रेकश कट्रीना मैं बठै हैं दिव्या भी  बरसात से बचते हुए कट्रीना मे आऐ जाती हैं दिव्या याद  समय तक बीना बोले नहीं रहे सकती तुमारे गांव का नाम क्या है रेकश अपने गांव का नाम बता हैं रेनुका बारिश कब बाद हो   गई मुझे नहीं पाता तुम गांव में रहते हो मैने सोच तुम्हे पाता हो गया मुझे गांव अच्छे लगते हैं दोनो की बाते करते रहते है और बरसात बाद हो जाती हैं दोनो कलास मे जाते हैं रेकश आज टेस्ट हैं देखते हैं नंबर कीसी के आते है दिव्या बोलती हैं मेरे रेकश मेरे मनोज बीच में बोलता हैं तुम्हे दोनों के याद नंबर आऐंगे टेस्ट नहीं होगा कलास नहीं है रेकश होस्टल मे आऐ जाता है दिव्या अच्छी है राहुल यह दिव्या कौन है मेरी कलास मैं है हम कट्रीना मे बैठे थे पर याद बोलती हैं राहुल तुम याद सुनते हो  रेकश कया.. मेरा मतलब तुम कम बोलते हो अच्छी जोडी हैं रेकश अच्छी जोडी का मतलब राहुल कुछ नहीं। बाहर चला जाता हैं रेकश क्या मतलब है चलो छोडो।
"रेकश और दिव्या याद वक्त अब साथ मे रहते हैं" किरण आज कल तुम्हे दोनों मीलते नहीं दिव्या अब मीले नही तुम्हे दोनो भागते रहते हो हम सबसे, रेकश बोलता हैं मैं चलता हु  यह देखा भागा रहा है उस काम हैं तुम तो उसे कि तरफ से बोले गई। सभी दोस्त आऐ जाते हैं कीर्ति किया बात है डेजी आज रेकश के बीना सभी हसते हुए कट्रीना मे चाले जाता हैं।
रविवार हैं ओर दिव्या सगीता के घर आई है रेकश का मैसेज आता है उसका  reply सगीता करती हैं ओर कहती हैं मेरे कल बर्थड हैं दिव्या कमरे में आती हैं सगीता रेकश का  मैसेज आज था मैंने reply किया उसे लागे कि तुम हो उस कहा दिया कल मेरा बर्थड हैं उस नहीं कहना था उस एक बाहर बताया था मैंने देखने था उस याद रहता है किया नहीं अरे...  मैं जाती हू मां के साथ बाजार जाने हैं।
कल दिव्या का बर्थड हैं क्या गिफ्ट खरीदू राहुल से पुछता हु नही वो अगले बर्थड पर बताया गया। मनोज को फोन करता हूं हलो मनोज तुम से कुछ पुछना था मनोज किया पुछने हैं कल डेजी का बर्थड है उस किया गिफ्ट करू मनोज मैं डेजी  से पूछने कि कोशिश करता हूँ तुम्हे बताया दुगा।रेकश फोन कटे देते है। मनोज सबको मैसेज करता है रेकश पूछा रहा था डेजी को गिफ्ट कया करू मनजीत उस मांग गिफ्ट बताते है सब का reply आते हैं ठीक है... रूबी Bata के शो कहा देते हैं 15000 रुपए के नाये शो आऐ हैं किरण बोलती उसे पसंद भी है मनोज कहा देते हु कीर्ति का मैसेज आता है हो खरीद नहीं पाये गया मनोज बाद मे कहा दुगा कि अपनी पसंद का गिफ्ट खरीद ले हमें मजाक कर रहे थे। मनोज फोन करता है रेकश डेजी से पुछा था उस Bata के शो चाहिए नाये आऐ हैं रेकश thank you बोलता है ओर फोन काटे देता हैं रेकश  पुछता हैं राहुल दिव्या का बर्थड हैं उस Bata शो के गिफ्ट करने है कीतने के होंगे तू शो गिफ्ट करें गया उस चाहिए राहुल 15000 के नाये शो आऐ हैं रेकश बोलते हैं इतना रूपये नहीं हैं मेरे पास राहुल कहते है मेरे एक दोस्ते हैं सारा सामने किस्तो पर देता है उसके पास शो भी हैं उसे सामने कौन खरीद देता हैं राहुल हस कर बोलता है तेरे जैसे मजनू अब इसे का क्या मतलब हूँ कुछ नहीं चला शो खरीदें हैं दोनो शो खरीद लाते हैं ओर अगले दिन बर्थड पाट्री पर जाते हैं दिव्या सभी दोस्तो को राहुल से मीलती हैं यह मेरे राहुल भाईया हैं किरण धीरे से पुछती हैं यह कब से भाईया बाने गया जब से मीले हैं बोले कर दिव्या आगे चली जाती हैं। पाट्री खत्म हो जाती हैं।
दिव्या अपने गिफ्ट देखने लागे जाती हैं उस रेकश का गिफ्ट मीलता हैं उस खोलती है इतने मांग शो वो रेकश को फोन करती हैं इतने मांग शो कोई गिफ्ट करता है रेकश जवाब देते है पर तुम ने कहा था मैं कब कहा है मनोज को बोला था कि मुझे शो चाहिए मैंने नहीं कहा दिव्या फोन काटे देती हैं मनोज को फोन करती हैं तुम ने रेकश को शो गिफ्ट करना को कहाँ था मनोज हो... sorry हम सब मजाक कर रहे थे उस के साथ मैं उस बताना भुला गया शो ना खरीद दिव्या गुस्से में तुम्हे सब के सब पागल हो फोन कटा देती हैं। रेकश का फोन आता है दिव्या गुस्से में किया है अब इतने मागे गिफ्ट के बाहर मे मम्मी पापा पुछे गये किया बताऊ गई मनोज ने कहा था दिव्या तुम्हें मुझे से पुछते तुम भी पागले हो गिफ्ट तो दीऐ हैं इस मे पागले होने की बात का से आई दिव्या मुझे से बात माते करो रेकश तुम भी फोन कटा देते है।
अगले दिन दोनों आपसा मे बात नहीं करते ओर किसी दोस्त को बोलते नहीं कीर्ति दोनो को किया हो गया बात नहीं कर रहे मनोज कहता रेकश ने शो गिफ्ट किए हैं किरण बीच में बोलती हैं तुम ने बताया नहीं मैं भुला गया था इस लिए बात नहीं कर रही मनजीत कोई बात नहीं कल तक भुलने लागे जाऐंगे।
15 दिन बीते जाते हैं पर हो बात नहीं करते है राहुल उन्होंने सबके पास जाता हैं यह बात क्यों नहीं करते मनोज पुरी बातें बताते हैं राहुल यह सब किस्तो वाले गिफ्ट कि वजह से हुऐ हैं सभी राहुल कि तरह देखते है तुम्हे नहीं समझो गये अब मीलने के बाहर मे सोच रूबी उन्होंने किसी जगह पर बोलते हैं राहुल भाईया रेकश को लिए आऐ गया और अपने डेजी को पर उन्होंने पाते नहीं चलने चाहिए  उन्होंने मीलते हैं दिव्या मैं इस बात नहीं कर गई रेकश मुझे भी इस से बात नहीं करनी राहुल कमरे में बद कर देते हैं रेकश दरवाजे खोलो कुछ समय चुपा बैठे रहते है दिव्या इतने समय तक चुपा नहीं रही थी दिव्या बोलती हैं मैने कहा बात माते करो तुमनें बात नही किए मुझे मना नहीं सकते थे रेकश बोलता है किस्तो पर गिफ्ट मैंने दिया ओर मनाऊ भी मैं तुम ने किस्तो पर गिफ्ट दिया था तुम सच में पागले हो फिर तुम ने पागले बोला एक घंटे तक लडते हैं फिर sorry बोलते अब तो बाहर आने दो दरवाज खोलते हैं उन्होंने सबसे लडते ओर है आधे घंटे बाद सभी sorry बोले देते है रेकश दिव्या को I love you कहते दिव्या I love you to रेकश मुझे इन 15 दिनों में पाता चल हैं दोस्ते ओर प्यार किया होता हैं सभी बोलते हम भी। मनजीत कहते है इन 15 दिनों के बाद अपनी दोस्ती ओर पककी हो गई हैं ठीक कहा रहा हो  राहुल thank you किस्तो वाले गिफ्ट रुबी यह किस्तो वाले गिफ्ट किया है दिव्या इसने किस्तो पर गिफ्ट खरीद था  इस कि वहज से सब कुछ हुए हैं। सभी ने मील कर किस्तो वाले गिफ्ट कि किस्ते भारे दी हैं ।
आप सोच रहे हो गया कि मैं कौन हूँ जीस ने कहानी बताई है मैं इस कहानी को लिखने वाले आप का दोस्ते अमित।
                   
                  अपने कमती वक्त मै से कुछ पलो को निकाल कर मेरे विचारो को पढने के लिए आप का धन्यवाद।

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