कहानी "आइना सच नहीं बोलता" में नंदिनी का जीवन और घर का माहौल बदलता है। वह अब पहले की तरह चुप-चाप बहू नहीं है, बल्कि चुनावी गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग ले रही है। घर में मीटिंग्स का आयोजन हो रहा है, और नंदिनी उत्साह से चुनाव प्रचार में सहयोग कर रही है। दीपक का जिक्र कभी-कभी परेशानी का कारण बनता है, लेकिन अमिता उसकी अनुपस्थिति को संभालने की कोशिश करती है। चुनाव के लिए प्रचार की तैयारी जोरों पर है, जिसमें समरप्रताप मुख्य भूमिका में हैं। नंदिनी और अमिता भी उनका समर्थन कर रही हैं। प्रचार के दौरान, समरप्रताप और उसके सहयोगी चुनावी मुद्दों पर लोगों से वोट मांगते हैं, जिसमें शिक्षा, महिलाओं के रोजगार और लड़कियों की सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषय शामिल हैं। रमा चाची ने दिवित का ध्यान रखा है, जिससे नंदिनी निश्चिंत है। समरप्रताप अपने पूर्वजों के चित्र के आगे सिर नवाकर आशीर्वाद लेते हैं, और नंदिनी उनके दुःख को समझती है। कहानी में चुनावी संघर्ष, परिवार का समर्थन और सामाजिक मुद्दों का सामना करने की जिजीविषा प्रमुखता से उजागर होती है। आइना सच नही बोलता - 22 Neelima Sharma द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी 17.1k 3k Downloads 9.6k Views Writen by Neelima Sharma Category फिक्शन कहानी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण समरप्रताप ने अपने कार्यालय में प्रवेश किया ही था कि फ़ोन तेज घंटी से घनघना उठा स्मित मुद्रा में उन्होंने रिसीवर कान पर लगाया ही था कि एकाएक उनकी भंगिमा पर क्रोध का आवरण चढ़ गया तेज आवाज कार्यालय से आई सभी चौंक पड़े ‘हैलो, कौन हो तुम क्या चाहते हो ’ ‘चुपचाप इस इलेक्शन से हट जाओ, नहीं तो……… ‘नहीं तो क्या क्या कर लोगे और हो कौन तुम ’ ‘मेरी बात ध्यान से सुनो बहुत चर्चे हैं तुम्हारे शायद जीत भी जाओ किन्तु जीत की खबर कहीं ऊपर जाके ही सुनाई दे … इस बात को समझ लो, समरप्रताप !’ रेगिस्तान की सनसनाती लू के थपेड़े सी गर्म हवा समरप्रताप के कानों को दग्ध करने लगी ‘क्क्क्…क्या बक रहे हो क्या कर लोगे तुम मार ही दोगे न … मार दो मैं नहीं हटने वाला अब ’ ‘तो फ़िर तैयार रहना ऊपर की सभा के लिए ’ फ़ोन कट Novels आइना सच नहीं बोलता “रिश्ते सीमेंट और ईंटों की मज़बूत दीवारों में क़ैद हो कर नहीं पनपते... उन्हें जीने के लिये खुली बाहों का आकाश चाहिये। क्या विवाह हो जाना ही एक स्त्री... More Likes This उजाले की राह द्वारा Mayank Bhatnagar Operation Mirror - 3 द्वारा bhagwat singh naruka DARK RVENGE OF BODYGARD - 1 द्वारा Anipayadav वाह साहब ! - 1 द्वारा Yogesh patil मेनका - भाग 1 द्वारा Raj Phulware बेवफाई की सजा - 1 द्वारा S Sinha RAJA KI AATMA - 1 द्वारा NOMAN अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी