परीक्षा-गुरु - प्रकरण-37 Lala Shrinivas Das द्वारा लघुकथा में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें लघुकथा किताबें परीक्षा-गुरु - प्रकरण-37 Pariksha-Guru - Chapter - 37 book and story is written by Lala Shrinivas Das in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Pariksha-Guru - Chapter - 37 is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. परीक्षा-गुरु - प्रकरण-37 Lala Shrinivas Das द्वारा हिंदी लघुकथा 1.2k 6.5k लाला ब्रजकिशोर नें अदालत मैं पहुँचकर हरकिशोर के मुकद्दमे मैं बहुत अच्छी तरह बिबाद किया. निहालचंद आदि के छोटे, छोटे मामलों मैं राजीनामा होगया. जब ब्रजकिशोर को अदालत के काम सै अवकाश मिला तो वह वहां सै सीधे मिस्टर ...और पढ़ेके पास चले गए. हरकिशोर नें इस अवकाश को बहुत अच्छा समझा तत्काल अदालत मैं दरख्वास्त की कि लाला मदनमोहन अपनें बाल-बच्चों को पहलै मेरठ भेज चुके हैं उन्के सब माल अस्बाब पर मिस्टर ब्राइट की कुर्की हो रही है और अब वह आप भी रूपोश (अन्तर्धान) हुआ चाहते हैं. कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें परीक्षा-गुरु - प्रकरण-37 परीक्षा-गुरु - उपन्यास Lala Shrinivas Das द्वारा हिंदी लघुकथा (30) 55.8k 222.5k Free Novels by Lala Shrinivas Das अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी