यह कहानी "ओस की बूँदें" विभिन्न कविताओं का संग्रह है, जिसमें जीवन, संघर्ष, कर्तव्य, ज्ञान और नारी के त्याग का वर्णन किया गया है। 1. **पहली कविता** में माँ सरस्वती से प्रार्थना की गई है कि वे ज्ञान और बुद्धि प्रदान करें, जिससे जीवन को सफल और शुभ्र बनाया जा सके। 2. **दूसरी कविता** में जीवन के संघर्षों का सामना करते हुए मुस्कुराने और आगे बढ़ने की प्रेरणा दी गई है। यह दर्शाती है कि कठिनाइयों के बावजूद हमें अपने लक्ष्य के प्रति दृढ़ रहना चाहिए। 3. **तीसरी कविता** में नवचेतना और जागरूकता का आह्वान किया गया है। इसमें बेईमानी और भ्रष्टाचार को उखाड़ फेंकने की बात की गई है और देश के प्रति जिम्मेदारी निभाने की प्रेरणा दी गई है। 4. **चौथी कविता** में कर्तव्यों का महत्व बताया गया है, जिसमें प्रकृति और मनुष्य के कर्तव्यों का उल्लेख है। यह प्रेरित करती है कि हमें अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए और मानवता की सेवा में जीवन समर्पित करना चाहिए। 5. **पाँचवीं कविता** "नंदिनी" में नारी के त्याग और बलिदान को दर्शाया गया है। नंदिनी अपने परिवार के लिए सब कुछ सहन करती है और अपनी संतानों की सफलता के लिए स्वयं को बलिदान कर देती है। इस प्रकार, ये कविताएँ जीवन के विभिन्न पहलुओं, संघर्षों और नारी के अदम्य साहस को उजागर करती हैं। ओस की बूँदें Dr Seema Thakur द्वारा हिंदी कविता 1.8k 3.5k Downloads 21.5k Views Writen by Dr Seema Thakur Category कविता पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण ओस की बूँदें 1कृ हे! वीणापाणि षारदे माँ प्रज्ञा प्रदायनी । वीणावादिनी, ज्ञान दायनी ।। वीणापाणि वर दे ! ज्ञान से भर दे !! षुभ्रवसना षुभ्र है रसना ष्वेत कमल है षुभ्रासना जीवन शुभ्र कर दे!! धी, विवेक तू जागृत करती ज्ञान की देवी माँ सरस्वती बुद्धि हमें प्रखर दे!! काव्य, कला, सृजन की दात्री कर अलौकिक जीवन रात्रि ज्ञान के स्वर दे!! डॉ. सीमा ठाकुर 2... मुस्कुराते चलो े जीवन की राह में मुस्कुराते गाते चलो। आए लाख रुकावटें तुम कदम बढ़ाते चलो।। संकटों की बाढ़ हो या सामने पहाड़ हो जब कदम उठा लिया तो धाक जमाते चलो।। More Likes This जिंदगी संघर्ष से सुकून तक कविताएं - 1 द्वारा Kuldeep Singh पर्यावरण पर गीत – हरा-भरा रखो ये जग सारा द्वारा Poonam Kumari My Shayari Book - 2 द्वारा Roshan baiplawat मेरे शब्द ( संग्रह ) द्वारा Apurv Adarsh स्याही के शब्द - 1 द्वारा Deepak Bundela Arymoulik अदृश्य त्याग अर्धांगिनी - 1 द्वारा archana ग़ज़ल - सहारा में चल के देखते हैं - प्रस्तावना द्वारा alka agrwal raj अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी