Commerce Wale Dost - 3 book and story is written by chotti writer in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Commerce Wale Dost - 3 is also popular in Moral Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. Commerce Wale Dost - 3 chotti writer द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 253 747 Downloads 1.8k Views Writen by chotti writer Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण Part 3शिवि अब अपने घर में नहीं रहना चाहती थी। शायद घर के माहौल से उसका दम घुट रहा था। इसलिए वह दो दिन बाद स्कूल गई।जैसे ही सुबह वह क्लास में दाख़िल हुई, उसने पाया कि शीलू पहले से ही वहाँ थी और बेंच पर बैठकर पढ़ाई कर रही थी।शीलू ने जैसे ही शिवि को देखा, उसकी आँखें भर आईं। उसे भी सर से पता चल गया था कि शिवि के पापा अब इस दुनिया में नहीं रहे।लेकिन शिवि ने झूठी हिम्मत दिखाते हुए कहा –“शीलू, सर ने जो काम दिया है, वो बता दे, मैं रिवीज़न कर लूँगी।”लेकिन Novels Commerce Wale Dost यह कहानी पाँच दोस्तों की है – शिवी, शिलु, सालु, परी और मोना की।इस कहानी का सबसे अहम किरदार एक टीचर भी है, जिसके बारे में आपको आगे पता चलेगा।शिवी का घर... More Likes This ज़िंदगी की खोज - 1 द्वारा Neha kariyaal अधूरा इश्क़ एक और गुनाह - 1 द्वारा archana सुकून - भाग 1 द्वारा Sunita आरव और सूरज द्वारा Rohan Beniwal विक्रम और बेताल - 1 द्वारा Vedant Kana Middle Class Boy द्वारा Bikash parajuli तहम्मुल-ए-इश्क - 4 द्वारा M choudhary अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी