inteqam, bhag- 12 book and story is written by Mamta Meena in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. inteqam, bhag- 12 is also popular in Love Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. इंतेक़ाम - भाग 12 Mamta Meena द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ 44 1.5k Downloads 3.1k Views Writen by Mamta Meena Category प्रेम कथाएँ पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण वही निशा की सास तो अब बस रोमी के आगे पीछे रहती वह इस कोशिश में लगी रहती की रोमी को किसी तरह की कोई परेशानी ना हो, आखिर बह रोमी की चापलूसी करे तो और क्या करें क्योंकि रोमी साथ में ढेर सारा दहेज लाई थी और वही रोमी अपने बाप की इकलौती औलाद थी जिससे निशा की सास को यह उम्मीद थी कि उसके बाप की सारी जायदाद उसके बेटे के रहेगी, बह बात बात निशा को ताने देती,,,,निशा को अपनी सास पर बहुत गुस्सा आ रहा था उसका मन करता कि वह अपनी सास को कुछ सुना Novels इंतेक़ाम आसमान में काले बादल छाए हुए थे ऐसा लग रहा था जैसे आज इंदर देव रूष्ट हो और अपना सारा कोप निकालना चाहते हो,बरसात आने की आशंका में सभी लोग अपना काम जल्द... More Likes This खामोशी की धुन - 1 द्वारा Anime Toons समर्पण से आंगे - 1 द्वारा vikram kori पहली नजर का पहला प्यार द्वारा PAYAL PARDHI कुछ पल अनजाने से - भाग 1 द्वारा Gunjan Banshiwal मैं तेरे प्यार में पागल - 1 द्वारा Bharti 007 चाहत -ए- तपिश - 1 द्वारा Unicorngirl दिल का रिश्ता - 1 द्वारा soni अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी