A wet day in Gangtok book and story is written by Neelam Kulshreshtha in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. A wet day in Gangtok is also popular in Travel stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. गंगटोक का एक भीगा-भीगा दिन Neelam Kulshreshtha द्वारा हिंदी यात्रा विशेष Writen by Neelam Kulshreshtha Category यात्रा विशेष पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण -नीलम कुलश्रेष्ठ [ साहित्यिक चेतावनीः यह संस्मरणनुमा कथा कोई रोमांटिक कहानी नहीं है ] ‘धी --रे चलें, आप पर्वतों की गोद में हैं’-चलती टैक्सी की खिड़की से मैंने सड़क के बांई तरफ़ लगे बॉर्डर रोड ऑर्गनाइज़ेशन-‘स्वस्तिक’ के पीले बोर्ड पर सरसरी नज़र डाली। पर्वतों की गोद में चलना तब महसूस होता है जब आप पर्वत पर ऊंचे चढ़ आए हों । सामने वाले पहाड़ की गोल गोल घूमती सड़क पर कार व टैक्सी घूम रही हो-कभी छिपती, कभी दिखाई देती। यों तो पर्वतो की गोद लंबे देवदारों के भीगे पत्तों, बीच बीच में दिखाई देते माचिस की डिब्बी जैसे मकानों More Likes This LONDON TOUR द्वारा Arun Singla कोमल की डायरी - 1 - नदिया धीरे बहो द्वारा Dr. Suryapal Singh चार धाम की यात्रा : उत्तराखंड - भारत द्वारा Arun Singla WORLD TOUR WITH ME - 1 द्वारा Arun Singla सिक्किम यात्रा - 1 द्वारा महेश रौतेला टोरंटो (कनाडा) यात्रा संस्मरण - 1 द्वारा Manoj kumar shukla विंटरलाइन कार्निवल - भाग 1 द्वारा Ruchi Modi Kakkad अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी