Tilismi Kamal - 8 book and story is written by Vikrant Kumar in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Tilismi Kamal - 8 is also popular in Adventure Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
तिलिस्मी कमल - भाग 8
Vikrant Kumar
द्वारा
हिंदी रोमांचक कहानियाँ
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विवरण
इस भाग को समझने के लिए इसके पहले से प्रकाशित सभी भाग अवश्य पढ़ें -–--------------–-सुकन्या परी और राजकुमार धरमवीर कालीन में बैठकर परीलोक की ओर चल दिये । राजकुमार धरमवीर सुकन्या परी के गोद मे अपना सिर रख कर सो गया । सुकन्या परी राजकुमार को एक टक देख रही थी ।राजकुमार सुकन्या परी की गोद मे सर रखे कब तक सोता रहा इसका पता ही नही चला । लेकिन जब उसने आंखे खोली तो अंधेरा हो चुका था । राजकुमार की आंख भी अपने आप नही खुली थी । बल्कि सुकन्या परी के जगाने से नींद टूटी थी ।"
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