अब चलें,,,,, - भाग 2 pooja द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

Ab Chale द्वारा  pooja in Hindi Novels
"तुमने कमल के पत्तों पर गिरी ओस देखी है कभी? अच्छी लगती है कितनी। है न?" नीलाभ ने पूछा।

"नहीं, कभी देखी नहीं, क्योंकि वह गिरती भी है तो...

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