Ishq da Mara - 17 book and story is written by shama parveen in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Ishq da Mara - 17 is also popular in Love Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. इश्क दा मारा - 17 shama parveen द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ 723 Downloads 1.6k Views Writen by shama parveen Category प्रेम कथाएँ पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण तब यूवी बोलता है, "बातो को घुमाओ मत, सीधी तरह से बताओ की कोन हो और यहां पर क्या कर रही हो"।तब गीतिका बोलती है, "मैं वही लड़की हू जिसे तुमने सुबह उस गुंडे से बचाया था, और मेरी वजह से तुम्हे गोली खानी पड़ी "।तब यूवी बोलता है, "सुबह गई बात गई, मगर तुम यहां पर क्या करने आई हो ????तब गितिका बोलती है, "मैं तुम्हे देखने आई हू की तुम अब कैसे हो और तुम्हे थैंक्स भी बोलने आई हू"।तब यूवी बोलता है, "मुझे तुम्हारे थैंक्स की कोई जरूरत नहीं है, और तुम पागल हो क्या जो इतनी Novels इश्क दा मारा वैसे फिल्मों में तो सब चाहते हैं कि हीरो और हीरोइन मिले, मगर असल जिंदगी में कोई भी नही चाहता। वैसे भी वो लोग बहुत ही खुश नसीब होते है जिन्हे उनकी मोहब... More Likes This बीच के क्षण द्वारा Raj कुछ रंग प्यार के ऐसे भी - भाग 1 द्वारा Shruti Sharma अनंता - पार्ट 5 द्वारा zarna parmar फरमाइश... 1 द्वारा pooja डिअर सर........1 द्वारा pooja खामोश चाहतें - पार्ट 1 द्वारा R. B. Chavda साजिशें और इश्क़ द्वारा Raj अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी