Ardhangini - 33 book and story is written by Ritesh M Bhatnagar in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Ardhangini - 33 is also popular in Love Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
अर्धांगिनी-अपरिभाषित प्रेम... - एपिसोड 33
रितेश एम. भटनागर... शब्दकार द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ
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विवरण
अपने कमरे में बैठी मैत्री सगाई की रस्म के लिये ड्राइंगरूम में जाने का इंतजार कर ही रही थी कि तभी उसके कमरे में उसकी दोनो भाभियां नेहा और सुरभि उसे लेने के लिये आ गयीं, अपनी तकलीफ को अपने दिल में दबाये हुये मैत्री थोड़ी खिसियायी हुयी सी थी, नेहा ने कमरे में आने के बाद जब उसे देखा तो वो समझ गयी कि मैत्री का मन थोड़ा व्यथित सा है इसलिये मैत्री के चेहरे के भाव देखकर नेहा ने उससे पूछा - दीदी आप ठीक तो हो ना? मैत्री जो पहले से ही बहुत परेशान थी.. नेहा के
हर तरफ बस एंबुलेंस के सायरन का शोर सुनायी दे रहा था,लोग बदहवास से होकर इधर उधर अपने अपनों को बचाने के लिये भाग रहे थे, पूरी पूरी रात लाइनों मे लगने के...
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