Pagal - 56 book and story is written by कामिनी ‘त्रिवेदी’ झा in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Pagal - 56 is also popular in Love Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. पागल - भाग 56 Kamini Trivedi द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ 1 987 Downloads 2.1k Views Writen by Kamini Trivedi Category प्रेम कथाएँ पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण अभिषेक ने मुझे कहा था कि मुझे राजीव से मिलकर सारी बातें साफ साफ कर लेनी चाहिए । उन्होंने इंडिरेक्टली ये तक कह दिया था कि यदि मैं चाहूं तो राजीव के साथ जा सकती हूं । मुझे उनकी ये बात बुरी लगी थी दिल में दर्द उठ रहा था । हंसता खेलता परिवार था मेरा फिर ये कैसा तूफान आया और क्यों? मुझे अब राजीव पर गुस्सा आ रहा था । क्या हर बार उसके मुताबिक चलेगी जिंदगी ? अगले दिन मैं राजीव से मिलने के लिए मंदिर गई । पहले मैने महादेव के दर्शन किए । और उनसे Novels पागल पागल,, हां सही नाम से पुकारा करता था वो मुझे। (हंसते हुए) पागल ही तो हूं मैं उसके लिए , उसके पीछे , उसके प्यार में।" रात के 1 बज चुके थे । आंखो... More Likes This बीच के क्षण द्वारा Raj कुछ रंग प्यार के ऐसे भी - भाग 1 द्वारा Shruti Sharma अनंता - पार्ट 5 द्वारा zarna parmar फरमाइश... 1 द्वारा pooja डिअर सर........1 द्वारा pooja खामोश चाहतें - पार्ट 1 द्वारा R. B. Chavda साजिशें और इश्क़ द्वारा Raj अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी