Ishq da Mara - 10 book and story is written by shama parveen in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Ishq da Mara - 10 is also popular in Love Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. इश्क दा मारा - 10 shama parveen द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ 171 Downloads 411 Views Writen by shama parveen Category प्रेम कथाएँ पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण अपनी भाभी की बाते सुनकर गीतिका बोलती है, "भाभी आप क्यो मेरे लिए इतना परेशान होती हैं सुबह से शाम तक, अब मैं खुद देख लूंगी की मेरा फायदा किसमे हैं और किस में नही, आप बस अपने फायदे पर ध्यान दीजिए"।तब गीतिका की भाभी बोलती है, "आज कल तुम्हारी जबान कुछ ज्यादा ही नहीं चलने लगीं है ?????तब गीतिका बोलती है, "मुझे ना ज्यादा बोलने का कोई शौक नही है मगर क्या करु मजबूरी है, बोलना पड़ता है, और आप जाइए आराम से सो जाइए, क्यो मेरी वजह से अपनी निंद खराब कर रही है "।उसके बाद गीतिका की अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी