Ye Tumhari Meri Baate - 7 book and story is written by Preeti Pandey in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Ye Tumhari Meri Baate - 7 is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. ये तुम्हारी मेरी बातें - 7 Preeti द्वारा हिंदी लघुकथा 1 909 Downloads 2.2k Views Writen by Preeti Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण "बुरा मत मानना प्रतिमा, लेकिन तुम्हारे पति तुमसे भी ज़्यादा अच्छी चाय बनाते हैं।" शुक्लाइन ने तारीफ रूपी तंज कसते हुए कहा।चेहरे पर सामान्य मुस्कुराहट बनाए रखते हुए प्रतिमा बोली" इसमें बुरा मानने जैसी क्या बात है। ये तो मेरा सौभाग्य है कि वकील साहब के रूप में मुझे इतना अच्छा जीवन साथी मिला है जो इस बात तक का ध्यान रखते हैं की मुझे किस वक्त कौन सी चाय पीनी पसंद है। अब हर कोई इतना भाग्यशाली कहां ही हुआ करता है, है ना शुक्लाईन भाभी!"प्रतिमा की बात खतम भी नहीं हुई थी और शुक्लाइनने चुनौती स्वीकारते हुए हामी Novels ये तुम्हारी मेरी बातें "सुनो, कहां हो तुम"? "सुबह घर से निकलते वक्त बता कर आया था , भूल गई "? "सीधे सीधे जवाब देने में दिक्कत है क्या कोई "?... More Likes This वो यादगार लम्हे, वो सच्ची दोस्ती द्वारा R B Chavda दादीमा की कहानियाँ - 2 द्वारा Ashish My Devil Hubby Rebirth Love - 46 द्वारा Naaz Zehra अकेलापन द्वारा Kahani Sangrah मझली दीदी द्वारा S Sinha बुजुर्गो का आशिष - 2 द्वारा Ashish नो मोर अभी नहीं द्वारा S Sinha अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी