lamps burn and flowers bloom book and story is written by दिनेश कुमार in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. lamps burn and flowers bloom is also popular in Moral Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. दिये जलते हैं फूल खिलते हैं DINESH KUMAR KEER द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 735 Downloads 2k Views Writen by DINESH KUMAR KEER Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण 1. खुशीछोटे से एक गाँव में लड़कों के जन्मदिन पर हलुआ और पूड़ी - पकौड़े बनाकर बाँटकर खुशी मनाते हैं, लेकिन किसी भी लड़की का अभी तक जन्मदिन नहीं मनाया गया। उसी गाँव की अनिता का यह नया विद्यालय है। जहाँ विद्यालय अभिलेख के अनुसार बच्चे का जन्मदिन मनाने की परम्परा है। वह हमेशा की तरह समय से विद्यालय आयी। प्रार्थना सभा के बाद गुरुजी ने बच्चों को अनिता की तरफ इशारा करते हुए "शुभ जन्मदिनं तुभ्यं" कहते हुए अनिता को शुभकामनाएँ और बधाई देने का संकेत दिया।झट से सारे बच्चों ने उसे अपने हाथों में थाम लिया। कई बार More Likes This सनम बेवफा - 3 द्वारा Kishanlal Sharma धोखा या इश्क - 1 द्वारा aruhi कामवासना से प्रेम तक - भाग - 5 द्वारा सीमा कपूर My Devil Hubby Rebirth Love - 23 द्वारा Naaz Zehra सावन का फोड़ - 1 द्वारा नंदलाल मणि त्रिपाठी महिला पुरूषों मे टकराव क्यों ? - 103 द्वारा Captain Dharnidhar गुनगुनाते पंछी द्वारा DINESH KUMAR KEER अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी