डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा की लघुकथाएँ - 4 Dr. Pradeep Kumar Sharma द्वारा लघुकथा में हिंदी पीडीएफ

Dr. Pradeep Kumar Sharma Ki Laghukathayen द्वारा  Dr. Pradeep Kumar Sharma in Hindi Novels
(1) लाइक एंड कॉमेंट्स

रात के लगभग साढ़े ग्यारह बजे रामलाल जी का हृदय गति रुकने से देहांत हो गया। उनका बड़ा बेटा शंकरलाल गाँव से सैकड़ों मील दूर एक...

अन्य रसप्रद विकल्प