कुछ अनकही ख़ामोश यादें दिनेश कुमार कीर द्वारा कुछ भी में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें कुछ भी किताबें कुछ अनकही ख़ामोश यादें some untold silent memories book and story is written by दिनेश कुमार in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. some untold silent memories is also popular in Anything in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. कुछ अनकही ख़ामोश यादें दिनेश कुमार कीर द्वारा हिंदी कुछ भी 174 624 1.ये क्या कह दिया तुमने..फुरसत हो तो..??मेरा हर लम्हा....बस तुम्हारा हैपढ़ा है... हर रात तुम्हे..देखा है.. सुना हैहर पल.. हर लम्हा..तुम्हे ही तो बुना हैऔर सब्र...हर एक रात कीचौखट पर बैठी मैसब्र ही तो करती हूं और इंतज़ार करती ...और पढ़ेतुम्हारा.हर दिन की भोरशुरु होती है तुमसे ही तो.दामन थामकरतुम्हारी यादों कापार कर आती हूं..समंदर जैसा दिनऔर आ जाती हूं...सांझ की चौखट परजलाती हूं आस का दियाकि... आओगे तुम आज फिरख़्वाबों मे मेरे.. औरजियेंगे हम...वो पलसंजो लुंगी.. ख़ूबसूरत लम्हेआने वाले कल के लिये.भर लुंगी... आँखों मे अपनीतुम्हारा वो चेहरादेखकर जिसेमुस्कुराती रहूंगी सारा दिनआने वाली सांझ के लिये.क्या अब भी कहोगे..फुरसत कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें कुछ अनकही ख़ामोश यादें अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी