Drashtikon - 3 book and story is written by Radha in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Drashtikon - 3 is also popular in Love Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. दृष्टिकोण - 3 Radha द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ 2 1.1k Downloads 2.6k Views Writen by Radha Category प्रेम कथाएँ पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण अवि करन के घर के बाहर खड़ा होकर दरवाजे की घंटी बजाता है अंकल जी दरवाजा खोला कर कहते है - अवि हो ना ?? अवि - जी अंकल जी ।अंकल जी - करन अभी भी ऊपर कमरे में ही है किसी से बात नही कर रहा है तुम्हारा दोस्त है तुम्हारी बात मान जाए तो उसे समझाओ और नीचे ले कर आओ।अवि - हां, मै लेकर आता हु।जाते हुए अवि को पीछे से आवाज लगाते हुए अंकल जी कहते है - उसका ध्यान रखना।अवि जाते हुए - जी अंकल जी, प्यार से समझाऊंगा।अवि कमरे मे जाता है करन बिस्तर Novels दृष्टिकोण. रात की चांदनी रात में श्वेता अपनी नम आंखों से चांद को देख रही थी मन भरा हुआ था और खिड़की के पास रखी हुई स्टडी टेबल पर बैठी हुई थी जिस पर लैंप रखा हुआ... More Likes This Revenge Love - Part 1 द्वारा zarna parmar Revenge by Cruel Husband - 1 द्वारा starwriter बीच के क्षण द्वारा Raj कुछ रंग प्यार के ऐसे भी - भाग 1 द्वारा Shruti Sharma अनंता - पार्ट 5 द्वारा zarna parmar फरमाइश... 1 द्वारा pooja डिअर सर........1 द्वारा pooja अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी