Sab Kuchh Paisa Hi Nahi book and story is written by Prafulla Kumar Tripathi in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Sab Kuchh Paisa Hi Nahi is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. सब कुछ पैसा ही नहीँ Prafulla Kumar Tripathi द्वारा हिंदी लघुकथा 2 2.3k Downloads 7.3k Views Writen by Prafulla Kumar Tripathi Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण यह कहानी है वर्ष 1940 के आसपास की। सुल्तानपुर में भीटहा पंडित नाम से पंडितों का एक नामी गिरामी गाँव था। गाँव में कुछ अत्यंत ही प्रतिष्ठित परिवार बसे थे। लेकिन पढाई- लिखाई में उनकी रूचि कम ही थी। उनके पास खेती - बारी चूंकि पर्याप्त थी इसलिए अभिभावक भी बच्चों की पढ़ाई के प्रति बहुत ज्यादा संजीदा नहीं रहते थे।लेकिन पंडित हरिचंद का मिज़ाज कुछ अलग था।वे खुद किसी तरह खुद ग्रेजुएट कर लिए थे और चाहते थे कि उनके बेटे भी उंची पढाई करके नौकरी- चाकरी करें।गाँव से स्कूल लगभग आठ किलोमीटर था और बीच में नदी भी More Likes This True Love द्वारा Misha Nayra मज़बूत बनकर लौटा समन्दर द्वारा LOTUS पाठशाला द्वारा Kishore Sharma Saraswat डिप्रेशन - भाग 1 द्वारा Neeta Batham मोहब्बत - पार्ट 1 द्वारा mohammad sadique सनातन - 2 द्वारा अशोक असफल वो यादगार लम्हे, वो सच्ची दोस्ती द्वारा R B Chavda अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी