काव्यजीत - 4 Kavya Soni द्वारा कविता में हिंदी पीडीएफ

Kavyajeet द्वारा  Kavya Soni in Hindi Novels
खबर नहीं शायद तुम्हे
तेरे मेरे प्यार के पल वो अहसास गुजर रहे
खबर नहीं तुम्हे शायद मगर ख्वाब प्यार के
बिखर रहे है
तुम्हे अहसास नहीं बहुत कुछ बदल रह...

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