Prafull Katha - 7 book and story is written by Prafulla Kumar Tripathi in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Prafull Katha - 7 is also popular in Biography in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
प्रफुल्ल कथा - 7
Prafulla Kumar Tripathi
द्वारा
हिंदी जीवनी
Five Stars
1.9k Downloads
6.8k Views
विवरण
हां, तो थाम कर ज़िन्दगी का हाथ अपनी ज़िंदगी हौले - हौले अपने पग धरते निकल पड़ी थी | राहें हर ओर अपनी बाहें फैलाए हुए बुला रही थीं तो अजनबी लोगों और परिस्थितियों से जूझने में आत्मविश्वास परीक्षा लेने को तत्पर था | मुझे पता नहीं था कि अब पढाई के बाद किन- किन दौर से गुज़रना होगा, कितनी बार सूखे पत्तों सा बिखरना भी होगा ! कभी ठहराव सी लगेगी ज़िन्दगी तो कभी अभाव सी | लेकिन अपने शहर के साहित्यिक कोहिनूर फि़राक़ साहब ने भी क्या खूब कहा है – “ ये माना ज़िन्दगी है चार दिन
मेरा जन्म गोरखपुर से लगभग 20 कि.मी.दूर खजनी के एक गाँव विश्वनाथपुर में को हुआ था | यह गाँव सरयूपारीण ब्राम्हणों के सुप्रसिध्ध गाँव सराय तिवारी का ही ए...
More Likes This
अन्य रसप्रद विकल्प
- हिंदी लघुकथा
- हिंदी आध्यात्मिक कथा
- हिंदी फिक्शन कहानी
- हिंदी प्रेरक कथा
- हिंदी क्लासिक कहानियां
- हिंदी बाल कथाएँ
- हिंदी हास्य कथाएं
- हिंदी पत्रिका
- हिंदी कविता
- हिंदी यात्रा विशेष
- हिंदी महिला विशेष
- हिंदी नाटक
- हिंदी प्रेम कथाएँ
- हिंदी जासूसी कहानी
- हिंदी सामाजिक कहानियां
- हिंदी रोमांचक कहानियाँ
- हिंदी मानवीय विज्ञान
- हिंदी मनोविज्ञान
- हिंदी स्वास्थ्य
- हिंदी जीवनी
- हिंदी पकाने की विधि
- हिंदी पत्र
- हिंदी डरावनी कहानी
- हिंदी फिल्म समीक्षा
- हिंदी पौराणिक कथा
- हिंदी पुस्तक समीक्षाएं
- हिंदी थ्रिलर
- हिंदी कल्पित-विज्ञान
- हिंदी व्यापार
- हिंदी खेल
- हिंदी जानवरों
- हिंदी ज्योतिष शास्त्र
- हिंदी विज्ञान
- हिंदी कुछ भी
- हिंदी क्राइम कहानी