Mother's shadow, father's pride, daughters... book and story is written by Purnima Kaushik in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Mother's shadow, father's pride, daughters... is also popular in Women Focused in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. मां की परछाई, पिता का गुरूर बेटियां... Purnima Kaushik द्वारा हिंदी महिला विशेष 1 1.5k Downloads 4.3k Views Writen by Purnima Kaushik Category महिला विशेष पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण अपनी मां की परछाई तथा उन्हीं का दूसरा रुप होती हैं बेटियां, अपने पिता की सबसे अधिक लाडली और उनका गुरूर होती है बेटियां | मां के संस्कारों को, उनकी बातों और आदर्शों को अपने मन में संजोकर रखती है बेटियां | पिता के द्वारा सिखाए गए आदर्श विचारों को सदैव स्मरण रखती है बेटियां | बेटियां ही तो हैं जो घर - आंगन को अपनी मीठी सी मुस्कान से खुशनुमा बना देती हैं | अपने नन्हें नन्हें कदमों से आकर जब वो दौड़कर अपने पिता की गोद में बैठ जाती है तो पिता अपनी सारी थकान भूल जाते हैं More Likes This मुक्त - भाग 3 द्वारा Neeraj Sharma शोहरत का घमंड - 99 द्वारा shama parveen नशे की रात - भाग -1 द्वारा Ratna Pandey मंजिले - भाग 6 द्वारा Neeraj Sharma जरूरी था - 1 द्वारा Komal Mehta दरिंदा - भाग - 1 द्वारा Ratna Pandey बच्चों में डाले गर्भ से संस्कार - 6 द्वारा नीतू रिछारिया अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी