सबा - 3 Prabodh Kumar Govil द्वारा मनोविज्ञान में हिंदी पीडीएफ

Sabaa द्वारा  Prabodh Kumar Govil in Hindi Novels
तेरी पगार कितनी है?
- तीन हज़ार!
- महीने के?
- और नहीं तो क्या, रोज़ के तीन हज़ार कौन देगा रे मुझको?
- ऐसा मत बोल, दे भी देगा! उसने कनखियों से लड़...

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