Shriyamraj ji book and story is written by Renuka Dubey in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Shriyamraj ji is also popular in Mythological Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. श्रीयमराज जी Renu द्वारा हिंदी पौराणिक कथा 1.8k Downloads 4k Views Writen by Renu Category पौराणिक कथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण जिह्वा न वक्ति भगवद्गुणनामधेयं चेतश्च न स्मरति तच्चरणारविन्दम्। कृष्णाय नो नमति यच्छिर एकदापि तानानयध्वमसतोऽकृतविष्णुकृत्यान्॥ – ( श्रीमद्भा० ६ । ३। २९)“जिनकी जीभ भगवान् के मङ्गलमय गुणो एवं परम पवित्र नामो का वर्णन नहीं करती, जिनका चित्त भगवान् के चरणकमलो का चिन्तन नहीं करता, जिनका सिर एक बार भी श्रीकृष्णचन्द्र को प्रणाम करने के लिये नही झुका भगवान् विष्णु के पावन कर्मों से सर्वथा पृथक् रहने वाले केवल उन दुष्टो को ही तुम लोग यहाॅ ( यमपुरी मे ) लाया करो।” यह यमराज जी ने अपने दूतो को आदेश दिया है। जब भी यमदूत हाथ मे पाश लेकर मर्त्यलोक के मरणासन्न More Likes This अंजाना रिश्ता ये अपना ...... - 1 द्वारा VAISHNAVI PADVI इंद्रप्रस्थ - 1 द्वारा Shakti भगवान् के चौबीस अवतारों की कथा - 1 द्वारा Renu वेदव्यास द्वारा Renu जनमेजय द्वारा Renu परीक्षित द्वारा Renu शिशुपाल द्वारा Renu अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी