मेरी दूसरी मोहब्बत - 4 Author Pawan Singh द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें प्रेम कथाएँ किताबें मेरी दूसरी मोहब्बत - 4 मेरी दूसरी मोहब्बत - 4 Author Pawan Singh द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ 2.8k 4.1k Part- 4 Dusri Koshish अवनी रात को अपने पापा के कमरे में जाती है। उसके पापा कमरे की खिड़की के पास खड़े होते है। अवनी- पापा? सुरेश जी – अरे बेटा तुम आओ मेरे पास यहां आओ, अवनी के ...और पढ़ेअवनी को सोफे पर बैठने का इशारा करते हैं, अवनी अपने पापा के साथ बैठ जाती है फिर उनके बीच में बातें शुरू होती है अवनी- पापा मुझे आपसे कुछ बात करनी हैं? सुरेश जी- हां बेटा क्या कहना है बताओ? अवनी – मैं जानती हूं मैंने आपका बहुत दिल दुखाया है मुझे वो शादी नहीं करनी थी इसलिए मुझे कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें मेरी दूसरी मोहब्बत - 4 मेरी दूसरी मोहब्बत - उपन्यास Author Pawan Singh द्वारा हिंदी - प्रेम कथाएँ (96) 83.5k 130.9k Free Novels by Author Pawan Singh अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी Author Pawan Singh फॉलो