Saat fere Hum tere - 67 book and story is written by RACHNA ROY in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Saat fere Hum tere - 67 is also popular in Love Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. सात फेरे हम तेरे - भाग 67 RACHNA ROY द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ 2 2k Downloads 3.2k Views Writen by RACHNA ROY Category प्रेम कथाएँ पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण सुबह नैना तैयार हो कर छत पर पहुंच गई और फिर वहां देखा तो विक्की ने बाकशिग पैड लगाया था।विक्की ने कहा सबसे पहले तुम्हें तुम्हारे साथ हुएं जूल्म को याद करते हुए यहां पर हिट करना होगा लगातार।।नैना ने कहा अच्छा।विक्की ने कहा हां गुड बढ़ो आगे दोनों हाथ ऊपर करो एक हाथ आगे और एक हाथ पीछे।।नैना ने आगे बढ़ते हुए हिट करना शुरू किया और इसी तरह लगातार हिट करती रही और फिर जैसे लगा कि एक शुकून मिला दिल को आराम मिला।विक्की ने कहा गुड नैना।अब दूसरा पेतरा अगर कोई तुम्हें सामने से आकर छूएं तो Novels सात फेरे हम तेरे ये कहानी ऐसे दो लोगों की है कि एक एहसास में पुरी आस , प्यार का इज़हार किए बिना भी प्यार निभाना बहुत बड़ी बात है। एक दूसरे को देखे बिना क्या कोई प्यार... More Likes This सनातन - 1 द्वारा अशोक असफल Revenge Love - Part 1 द्वारा zarna parmar Revenge by Cruel Husband - 1 द्वारा starwriter बीच के क्षण द्वारा Raj कुछ रंग प्यार के ऐसे भी - भाग 1 द्वारा Shruti Sharma अनंता - पार्ट 5 द्वारा zarna parmar फरमाइश... 1 द्वारा pooja अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी