Apna Apna Sach book and story is written by Anshu in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Apna Apna Sach is also popular in Fiction Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. अपना अपना सच Anshu द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी 1.3k Downloads 4.3k Views Writen by Anshu Category फिक्शन कहानी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण अपना-अपना सच *अंशु "अनामिका, अगर चाचाजी या चाचीजी को पता चल गया तो।" रागिनी की इस बात का कोई उत्तर नहीं था अनामिका के पास। वह उत्तर दे तो भी क्या दे। उसकी लंबी सांसों में जवाब कहां थे, बस सवाल छुपे हुए थे। वो सवाल जो उसका मन अपने आप से पूछे जा रहा था। पता नहीं पापा क्या कहेंगे। पता नहीं माँ क्या सोचेगी। इन प्रश्नों से अधिक विकट प्रश्न यह था कि वह जो करने जा रही थी इसके परिणाम क्या होंगे। अपना पक्ष रखना सरल तो होता है परंतु वह न्यायसंगत है अथवा स्वार्थपूर्ण, तार्किक है More Likes This ONE SIDED LOVE - 1 द्वारा ekshayra मेरा रक्षक - भाग 1 द्वारा ekshayra अम्मा का मटकी भर सोना और प्लेनचिट - 1 द्वारा Neelam Kulshreshtha न देखा, न सुना - 1 द्वारा Brijmohan sharma दूध का क़र्ज़ - 1 द्वारा S Sinha खेल खेल में - जादूई - भाग 1 द्वारा Kaushik Dave ऑगस्तो पिनोशे उगार्ते - एक तानाशाह की सत्य कथा - भाग 1 द्वारा MaNoJ sAnToKi MaNaS अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी