Sabak book and story is written by Rajeev kumar in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Sabak is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. सबक Rajeev kumar द्वारा हिंदी लघुकथा 1 1.8k Downloads 6.2k Views Writen by Rajeev kumar Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण सुबह की गुनगुनी धुप अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुकी थी। सुर्य की सुनहरी किरणें पत्तों के बीच से झांकती हुई सीधी आँखों में पड़ रही थी। मौसम सुहाना बना हुआ था। फिर भी धुप की चादर लपेटे रहने के बाद उब का एहसास हुआ और करमा ने धुप की चादर उतार फेंकी और चला गया चुल्हा के पास। हालांकि चुल्हे के चारो ओर कुछ इंच तक बला की गर्मी थी और उस गर्मी को झेलना उसकी मजबूरी थी।करमा ने अपनी माँ से कहा ’’ जल्दी चाय मिले तो चारागाह तक जाउं। ’’ उसकी माँ सोच की सागर से बाहर More Likes This दादीमा की कहानियाँ - 2 द्वारा Ashish My Devil Hubby Rebirth Love - 46 द्वारा Naaz Zehra अकेलापन द्वारा Kahani Sangrah मझली दीदी द्वारा S Sinha बुजुर्गो का आशिष - 2 द्वारा Ashish नो मोर अभी नहीं द्वारा S Sinha शैतान का कुचक्र - 1 द्वारा LM Sharma अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी