करोड़ों-करोड़ों बिजलियां - 14 S Bhagyam Sharma द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें फिक्शन कहानी किताबें करोड़ों-करोड़ों बिजलियां - 14 करोड़ों-करोड़ों बिजलियां - 14 S Bhagyam Sharma द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी 666 1.6k अध्याय 14 अर्चना ने आश्चर्य से वैगई को देखा। "प्राणेश की अम्मा अभी क्यों आई है वैगई तुम्हें देखने आई है---वैगई ! शादी की तैयारी के बारे में बात करने?" वैगई मुस्कुराई। "मैं ऐसा नहीं सोच रही क्योंकि शादी ...और पढ़ेप्रोग्राम के लिए बात करनी होती तो वह मेरी अम्मा अप्पा को मिलने घर जाती। मुझसे कुछ पर्सनल बात करने ही आई है ऐसा मैं सोच रही हूं। अर्चना तुम 10 मिनट के लिए यहां रहो----मैं जाकर बात करके आती हूं।" अर्चना के सिर हिलाते ही वैगई उस कमरे को छोड़ बाहर तेज तेज चलकर एक मिनट में स्वागत कक्ष कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें करोड़ों-करोड़ों बिजलियां - 14 करोड़ों-करोड़ों बिजलियां - उपन्यास S Bhagyam Sharma द्वारा हिंदी - फिक्शन कहानी (24) 12.6k 27k Free Novels by S Bhagyam Sharma अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी S Bhagyam Sharma फॉलो