करोड़ों-करोड़ों बिजलियां - 7 S Bhagyam Sharma द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें फिक्शन कहानी किताबें करोड़ों-करोड़ों बिजलियां - 7 करोड़ों-करोड़ों बिजलियां - 7 S Bhagyam Sharma द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी 861 1.9k अध्याय 7 सर्वेक्ष्वरण ने अचंभित हो बेटे को देखा | दोनों की आँखें ही संघर्ष के मैदान में बदल गई | “आदि........... ! तुम क्या कह रहे हो.........! वैगई तुम्हें चाहिए ?” “यस आई वांट टू मैरी हर |” ...और पढ़ेके बीच कुछ समय एक मौन रहा, आदित्य ने उस मौन को तोड़ा | “क्या है अप्पा......... कोई बात ही नहीं ?” “तुमने जो बोला है उसे पचा रहा हूँ |” “अप्पा.........! वैगई से आपने परिचय कराया उसी दिन से उसके ऊपर एक खिंचाव महसूस हुआ | उसे कई सालों से देखा हुआ महसूस किया | उसकी बातें, उसका व्यवहार कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें करोड़ों-करोड़ों बिजलियां - 7 करोड़ों-करोड़ों बिजलियां - उपन्यास S Bhagyam Sharma द्वारा हिंदी - फिक्शन कहानी (24) 12.6k 27k Free Novels by S Bhagyam Sharma अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी S Bhagyam Sharma फॉलो