Proverbs of Rajasthan in Hindi book and story is written by JUGAL KISHORE SHARMA in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Proverbs of Rajasthan in Hindi is also popular in Letter in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. राजस्थान की कहावतें JUGAL KISHORE SHARMA द्वारा हिंदी पत्र 18.6k Downloads 22.4k Views Writen by JUGAL KISHORE SHARMA Category पत्र पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण छोटी मोटी कामणी सगळी विष की बेल (छोटी या बड़ी, सभी कामिनियाँ जहर की बल । अथवा विषय वासना की ओर ले जाने वाली हैं।) जवान में ही रस अर जबान में ही बिस। (बोली में ही रस है और बोली में ही विष रहता है।) जल को दूव्यो तिर कर निकले, तिरियो डूब्यो बह ज्याय। (जल का डूबा हुआ बच कर निकल सकता है, लेकिन जो नारी में आसक्त है, वह अवश्य डूब जाता है।) जी की खाई बाजरी, ऊँकी भरी हाजरी। (जिसका अन्न खाय, उसी की खुशामद की जाती है।) जेठा बेटा र More Likes This Letter From Me - 2 द्वारा Rudra S. Sharma रिश्ता चिट्ठी का - 1 द्वारा Preeti रिश्ता चिट्ठी का द्वारा Preeti I Hate You I Love You - 13 द्वारा Swati एक चिट्ठी प्यार भरी - 1 द्वारा Shwet Kumar Sinha बेनामी ख़त - 1 द्वारा Dhruvin Mavani एक अप्रेषित-पत्र - 1 द्वारा Mahendra Bhishma अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी