जगदीश भवन Prabodh Kumar Govil द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें फिक्शन कहानी किताबें जगदीश भवन Jagdish Bhavan book and story is written by Prabodh Kumar Govil in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Jagdish Bhavan is also popular in Fiction Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. जगदीश भवन Prabodh Kumar Govil द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी 741 2k बहलोलपुर के लाला उदयराम अपने तीन बेटों और एक बेटी के साथ बरला आ गए। उन्नीसवीं सदी बीतने को थी। उन्होंने बड़े बेटे दिलेराम और छोटे बेटे रामस्वरूप के साथ- साथ बिटिया पार्वती की शादी भी कर दी लेकिन ...और पढ़ेवाला बेटा गोबिंदराम कुंवारा ही रहा, उसने शादी नहीं की। पोते- पोतियां होने के बाद बरला जैसा छोटा सा गांव भला सबको कब तक भाता। लाला उदयराम के न रहने के बाद परिवार ने जनपद मुख्यालय अलीगढ़ को अपना ठिकाना बनाने का विचार किया। पटवारी रामस्वरूप रुपए पैसे से मज़बूत होने के चलते आगे आए और हवेली बननी शुरू हो कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें जगदीश भवन अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी