विविधा - 34 Yashvant Kothari द्वारा कुछ भी में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें कुछ भी किताबें विविधा - 34 Vividha - 34 book and story is written by Yashvant Kothari in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Vividha - 34 is also popular in Anything in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. विविधा - 34 Yashvant Kothari द्वारा हिंदी कुछ भी 1.3k 2.7k 34-बिन बचपन सब सून ! वाल्ट ह्विटमैन की प्रसिद्ध कविता ‘एक था बच्चा’ के निम्न अंश हमारे देश के बच्चों पर बहुत सटीक लगते हैं..... तुम जो कोई भी हो. मुझे डर है कि. तुम स्वप्न में चल रहे ...और पढ़ेवे तथाकथित यथार्थ. तुम्हारे हाथ-पांव के नीचे से फिसल जायेंगे। अभी भी तुम्हारे चेहरे. तुम्हारी. खुशियों. भापा. मकान. व्यवसाय. व्यवहार. वेदनाएं. वेशभूपा. गुनाह. धुंधबन कर उड़ते जा रहे हैं. तुम्हारी सच्ची आत्मा. तुम्हारी सच्ची काया. मेरे सामने प्रकट हो रही है. तुम्हारी सारी दुनियादारी से अलग हो गया है. रोजगार. धन्धा. दुकान. नियम. विज्ञान. काम-धाम. कपड़े. मकान. दवादारु. खरीदना. बेचना. कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विविधा - 34 विविधा - उपन्यास Yashvant Kothari द्वारा हिंदी कुछ भी (37) 60.8k 133k Free Novels by Yashvant Kothari अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी