बंद खिड़कियाँ - 6 S Bhagyam Sharma द्वारा उपन्यास प्रकरण में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें उपन्यास प्रकरण किताबें बंद खिड़कियाँ - 6 बंद खिड़कियाँ - 6 S Bhagyam Sharma द्वारा हिंदी उपन्यास प्रकरण 306 630 अध्याय 6 "क्यों मां आज नहाना, पूजा ऐसा कुछ भी नहीं है क्या?" दूसरी बार पास में आकर नलिनी को पूछने आई सरोजिनी । सामने खड़ी नलिनी के चेहरे पर चिंताओं की रेखाएं दिखाई दे रही थी। "आपकी तबीयत ...और पढ़ेनहीं है क्या?" उसने पूछा। सरोजिनी हल्के मुस्कुराते हुए उठी। "ऐसा कुछ नहीं है। तबीयत बिल्कुल ठीक है।" "रोज इस समय तक नहाकर आप पूजा पूरी कर लेते हो!" "उसके बाद रोज चुपचाप बैठी रहती। आज शुरू में ही बैठ गई: वही अंतर है ना कोई काम ना कुछ? कुछ नहीं। कुछ भी करो मेरे लिए एक जैसा ही है।" कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें बंद खिड़कियाँ - 6 बंद खिड़कियाँ - उपन्यास S Bhagyam Sharma द्वारा हिंदी - उपन्यास प्रकरण (44) 7.6k 16.1k Free Novels by S Bhagyam Sharma अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी उपन्यास प्रकरण हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी S Bhagyam Sharma फॉलो