गोलू भागा घर से - 7 Prakash Manu द्वारा बाल कथाएँ में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें बाल कथाएँ किताबें गोलू भागा घर से - 7 Golu Bhaga Ghar se - 7 book and story is written by Prakash Manu in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Golu Bhaga Ghar se - 7 is also popular in Children Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. गोलू भागा घर से - 7 Prakash Manu द्वारा हिंदी बाल कथाएँ 1.5k 3.2k 7 कहाँ जाओगे बेटा? साथ वाली सीट पर एक परिवार था। खुशमिजाज से दिखते पति-पत्नी। सात-आठ बरस का एक छोटा बेटा। एक छोटी सी चंचल बेटी, कोई तीन-साढ़े तीन बरस की। दोनों बच्चे खूब मगन मन बातें करते जा ...और पढ़ेथे। कभी-कभी आपस में झगड़ भी पड़ते, फिर खिल-खिल हँस पड़ते। उनके मम्मी-पापा भी उनकीह बातें सुन-सुनकर खुश हो रहे थे। खुश तो गोलू भी बहुत हो रहा था, पर अंदर एक टीस, एक दर्द की लकीर सी उठती। उसे अपने मम्मी-पापा की बहुत-बहुत याद आ रही थी। बार-बार एक भय उसे सिहरा देता—पता नहीं, अब मम्मी-पापा से फिर कभी कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें गोलू भागा घर से - 7 गोलू भागा घर से - उपन्यास Prakash Manu द्वारा हिंदी बाल कथाएँ (50) 52k 114.5k Free Novels by Prakash Manu अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी