अधूरा पहला प्यार (चौथी किश्त) किशनलाल शर्मा द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें प्रेम कथाएँ किताबें अधूरा पहला प्यार (चौथी किश्त) अधूरा पहला प्यार (चौथी किश्त) किशनलाल शर्मा द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ 768 1.6k अंधेरी रात मे छत पर एक बिस्तर बिछा हुआ था।छत पर पहुंचते ही मीरा ने मनोहर को बाहों मे भर लिया।मनोहर ने भी उसे आगोश में लेकर उसके हाथों को चूम लिया था।दोनो ही वयस्क नही थे।अभी उनकी उम्र ...और पढ़ेथी।और यौवन का ज्ञान भी आधा अधूरा था।ऐसे में सिर्फ जोश और उन्माद मे उतेजना वश दो तन मिले तो तृप्ति नही मिली।उल्टे पीड़ा दर्द और अविकसित अंगों की हानि ही हुई।वासना और आवेश में स्त्री पुरुष के मिलन से जो सुख मिलना चाहिए।उसका पूर्ण अभाव था।फिर भी प्यार तो प्यार ही है।प्यार के वशीभूत होकर समर्पण में सुख भले कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें अधूरा पहला प्यार (चौथी किश्त) अधूरा पहला प्यार - उपन्यास किशनलाल शर्मा द्वारा हिंदी - प्रेम कथाएँ (15) 6.8k 17.7k Free Novels by किशनलाल शर्मा अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी उपन्यास प्रकरण हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी किशनलाल शर्मा फॉलो